शिमलाःग्रामीण परिस्थितियों में रहने वालों बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. युवा विज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन भविष्य में भी होता रहना चाहिए. इससे सामान्य और गरीब परिवार के बच्चों को प्रोतसाहित किया जा सकता है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देशय भी बच्चों का हौंसला बढ़ाना है. अभिभावक और अध्यापकों को मिलकर काम करना चाहिए. बच्चों का रुझान जिस विषय में हो उस विषय में उस आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए यह काम अध्यापक और बच्चों के परिजन दोनों मिलकर ही पूरा कर सकते हैं.
पीटरहॉफ में आयोजित सम्मान समारोह
होटल पीटरहॉफ में आयोजित समारोह में जयराम ठाकुर ने कहा कि युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और आवश्यकता केवल इस बात की है कि विद्यार्थियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया जाए. हिमाचल देश का दूसरा सबसे अधिक साक्षर राज्य है. शिक्षकों को विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है.
कोविड-19 महामारी ने विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर डाला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि छात्रों को वर्चुअल माध्यम से पढ़ाया जाए और इसका सफलतापूर्वक कार्यान्वित भी किया गया. उन्होंने कहा कि कक्षा की पढ़ाई का कोई अन्य विकल्प नहीं है और विद्यार्थियों ने उन्हें लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद कक्षाएं शुरू करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अब संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आने के कारण प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए विद्यालयों को खोलने का निर्णय लिया है.