शिमला:शहर में कॉलेज खुलते ही छात्र राजनीति भी फिर से शुरू हो गई है. ताजा मामले में कन्या महाविद्यालय आरकेएमवी में छात्राओं के बीच झड़प हुई है. छात्राओं ने एक दूसरे पर डंडें और पत्थरों से हमला किया. छात्राओं के बीच हुई इस झड़प के कारण कईयों को चोटें भी आई है. एबीवीपी और एसएफआई कार्यकर्ताओं के बीच हुई इस झड़प में कुछ बाहरी छात्र भी शामिल थे. हालांकि, पुलिस के बीच बचाव करने के बाद मामला शांत हो गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरकेएमवी कॉलेज की एबीवीपी कैंपस इकाई की छात्राएं लोंगवुड में मोमोज खा रही थी. इसी बीच वहां पर कुछ एसएफआई से संबंधित छात्राएं भी पहुंच गई. इनके साथ कुछ एसएफआई कार्यकर्ता भी थे. ऐसे में दोनों ओर से बहसबाजी शुरू हो गई. देखते ही देखते दोनों ओर से एक दूसरे पर दराट, रॉड व डंडों से हमला कर दिया. हालांकि अभी एसएफआई की छात्राओं की ओर से पुलिस थाना में शिकायत दी गई है.
पुलिस दोनों पक्षों में समझौता करवाने का प्रयास कर रही है. वहीं, कॉलेज कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है. वहीं, एसएफआई के शहरी अध्यक्ष नीतीश राजटा ने कहा कि राजकीय कन्या महाविद्यालय में आज एबीवीपी की छात्राओं द्वारा दिन दिहाड़े एसएफआई के कार्यकर्ता पर दराट और डंडो के द्वारा हमला किया गया. जिसमें एसएफआई के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम छात्राओं को भी काफी गंभीर चोटे आई हैं.
वहीं, शहरी सचिव पवन ने कहा कि आज एसएफआई के कार्यकर्ता जब कैंपस में आने वाले 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर छात्राओं के बीच बातचीत कर रहे थे तब एबीवीपी के लोगों ने एसएफआई के कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला किया. जिसमें कई छात्राओं को चोट आई है. वहीं, एबीवीपी की इकाई अध्यक्ष श्रुति वर्मा ने बताया कि यहां एसएफआई के कार्यकर्ता द्वारा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं पर जानलेवा हमला किया गया.
घटनास्थल पर मौजूद एबीवीपी की प्रांत कार्यकारणी सदस्य पर्वी बस्टा ने बताया की आज दोपहर कॉलेज में कुछ छात्रा कार्यकर्ता कॉलेज गेट के पास मोमोज खा रहीं थी. इसी बीच कुछ एसएफआई के आउटसाइडर्स छात्र कार्यकर्ता शराब के नशे में एसएफआई छात्रा कार्यकर्ताओं के साथ वहां पर आए और वहां पर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने लगे जब छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने दराट, रॉड व डंडों से उन छात्राओं पर हमला कर दिया.
इस हमले में तकरीबन एक दर्जन छात्राओं को गंभीर चोट आई और कुछ घायल छात्राएं आईजीएमसी में उपचाराधीन हैं. इस सब में एसएफआई के अनिल ठाकुर, सुशील, पवन, नीतीश राजटा, आशीष, रमन, प्रिया, भावना, मोनिका, प्रियंका, अंकिता, आइना, कमल डोगरा, वीना, अंजली, पीहू, विनस, किरण, प्रेरणा, साक्षी, दीक्षा सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने छात्राओं पर जानलेवा हमला किया. यह घटना शिमला में महिला सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा करता है.
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