शिमला: हिमाचल में चर्चा में रहे वेंटिलेटर खरीद घोटाला मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने गुमनाम पत्र लिखने वाले आरोपी को पंजाब के खरड़ से गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान शादी लाल निवासी करट के रुप में हुई है और वो कार्डियो लैब का पूर्व कर्मचारी है, लेकिन इसे 2019 में ही कंपनी से हटाया दिया गया था.
मिली जानकारी के अनुसार सीआईडी ब्रांच को एक छदन नाम से एक पत्र मिला था, जिसमें आरोप था कि एचपीएसीडी ने घटिया और कम लागत वाले वेंटिलेटर 10 लाख रुपये प्रति यूनिट से खरीदे हैं, जबकि हिमाचल व हरियाणा के निजी अस्पतालों में 3 लाख रुपये में बेचे गए हैं.
साथ ही 3 लाख के वेंटिलेटर्स को 10 लाख में खरीद कर पैसे की बर्बादी की गई है. ऐसे में सीआईडी क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी जांच में पाया था कि वेंटिलेटर खरीद मामले में कोई अनिमियता नहीं पाई गई है और सीएम जयराम ठाकुर के नाम गुमनाम पत्र बदनाम करने के लिए प्रेषित किया गया है.