शिमलाः मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने बुधवार को पुलिस और हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ प्रदेश में सड़क सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने परिवहन और पुलिस विभाग द्वारा की जाने वाली वाहनों की जांच की समीक्षा की और निर्देश दिए कि पुलिस व परिवहन विभाग चालान करने की प्रक्रिया को सख्त बनाए. उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज गति, लापरवाह ढंग से गाड़ी चलाना, गाड़ी चलाते हुए मोबाईल का इस्तेमाल, सीट बेल्ट न लगाना और गाड़ी चलाते हुए म्युजिक सिस्टम चलाने से सम्बन्धित उल्लंघनों को रोकने पर बल देना होगा. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
पुलिस और HRTC अफसरों के साथ मुख्य सचिव ने की सड़क सुरक्षा पर समीक्षा, दिए ये कड़े निर्देश
बीके अग्रवाल ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा अभियान में ओवरलोडिंग पर बल देने के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम को किसी स्थान पर फंसे हुए लोगों को परिवहन का अन्य विकल्प प्रदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए और आमजन को किसी भी प्रकार की मुश्किल पेश नहीं आनी चाहिए.
बीके अग्रवाल ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा अभियान में ओवरलोडिंग पर बल देने के चलते हिमाचल पथ परिवहन निगम को किसी स्थान पर फंसे हुए लोगों को परिवहन का अन्य विकल्प प्रदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए और आमजन को किसी भी प्रकार की मुश्किल पेश नहीं आनी चाहिए.
उन्होंने हिमाचल पथ परिवहन निगम को निर्देश दिए कि वर्तमान में अक्रियाशील पड़ी सभी 99 जेएनएनयूआरएम बसों को शीघ्र कार्य में लाया जाए और इस संबंध में प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाए. उन्होंने परिवहन विभाग को लोगों को प्रभावी लोक परिवहन प्रदान करने के लिए नए बस/टैक्सी/मैक्सी रूटों को चिन्हित करने और ओवरलोडिंग की समस्या से निपटने के निर्देश दिए, साथ ही ब्लैक स्पॉटस को ठीक करने पर बल देने के भी निर्देश भी दिए.