शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रविवार को अवकाश वाले दिन भी राज्य सचिवालय पहुंचे. मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में इमारती लकड़ी की तस्करी पर रोक के लिए सीमा पर स्थित वन व पुलिस सीमा चौकियों को एकीकृत करने का फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश से लकड़ियों की तस्करी से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए वन विभाग की चौकियों को पुलिस सीमा चौकियों के साथ एकीकृत करने के निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री ने वन विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए इमारती लकड़ी की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए इन एकीकृत चौकियों पर सीसीटीवी निगरानी सहित अत्याधुनिक तकनीक अपनाने पर बल दिया.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इमारती लकड़ी की तस्करी से राज्य सरकार को राजस्व की हानि होती है. उन्होंने वन विभाग को लकड़ी के अवैध व्यापार पर रोक लगाने के लिए सक्रिय एवं कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वन और पुलिस चौकियों के एकीकरण से व्यापक निगरानी एवं इमारती लकड़ी चोरी के विरूद्ध प्रभावी कदम सुनिश्चित होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के जंगल उत्तरी भारत को प्राणवायु प्रदान करते हैं और वन राज्य की मूल्यवान संपत्ति हैं. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश से प्रदेश की वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने वन विभाग को वन भूमि में गिरे पेड़ों को तुरंत हटाने और उनका उचित निपटान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.