शिमला: बर्फबारी के बीच अपनी जान हथेली पर रखकर बिजली व्यवस्था सुचारू रखने वाले कर्मचारियों को घटिया किस्म की स्नो किट दी जा रही है. ये आरोप बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने बोर्ड प्रशासन पर लगाया है.यूनियन का कहना है कि कर्मियों को पैरा मिल्ट्री की तरह स्नो सूज, विशेष ऐनक और स्नो सूट दिया जाता है.
ये स्नो किट तीन साल में एक बार दी जाती है, लेकिन इस बार बोर्ड प्रबंधन ने घटिया किस्म की स्नो किट दी है. कर्मचारियों का कहना है कि ये किट इतनी मजबूत नहीं है कि तीन साल तक चल सके.इसके अलावा जूते भी घटिया किस्म के हैं. ऐसे में बिना स्नो किट के जनजातीय क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने में परेशानी झेलनी पड़ती है. कर्मचारियों को जीरो डिग्री से भी कम तापमान में काम करना पड़ता है और पहले भी कई कर्मचारी इस वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि इस किट के तहत कर्मचारियों को गिरगिट शूज दिए जाने थे, लेकिन शूज घटिया किस्म के हैं. किट में शामिल गॉगल भी सफेद रंग के हैं जबकि ये गॉगल रंगीन होनी चाहिए थी. बर्फ में सफेद गॉगल चमकती है, जिस वजह से कर्मचारी सही तरीके से काम नहीं कर पाते.