शिमला:चंबा में मनोहर हत्याकांड मामले में नए खुलासे हो रहे हैं. हिमाचल में इस तरह के जघन्य हत्या मामले में अब भाजपा ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि यह सामान्य घटना नहीं है. इन जघन्य हत्याकांड ने हिमाचल को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन सरकार इस घटना को गंभीरता से नहीं ले रही है. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस मामले की जांच एनआईए से करवाई जानी चाहिए.
जयराम ठाकुर ने की जघन्य हत्याकांड की निंदा:मनोहर हत्याकांड का हवाला देते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि शरीफ मोहम्मद, मुशफिर मोहम्मद व फरीदा के कहने पर पहले मनोहर को घर बुलाया जाता है. घर में बहस होती है, डंडे से उसे घायल किया जाता है और बाद में घर के आंगन से बेहोश पड़े मनोहर के आठ टुकड़े कर दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि ये भी नहीं पता की उसकी मौत हो गई थी या उसे जिंदा ही काट दिया गया. शरीर को काटने के लिए आरा मशीन उपयोग में लाई गई. शरीर के आठ टुकड़े कर नाले में पानी के नीचे दबा दिए जाते हैं. जूता पानी में बहा और दुर्गंध आई तो घटना का पता चला.
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आतंकियों से तार जुड़े होने के लगाए आरोप: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोपियों के तार आतंकियों से जोड़ते हुए पूछा कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख नोट बदले व उसके खाते में दो करोड़ हैं. जबकि आरोपी के पास इतना बड़ा आय का साधन नहीं है. आरोपी के पास तीन बीघा जमीन है, जबकि कब्जा 100 बीघा पर कर रखा है. जयराम ठाकुर ने बताया कि आरोपी अपनी जमीन में किसी को आने नहीं देता है. आरोपी के पास 100 भेड़ बकरियां हैं.
मनोहर हत्याकांड की NIA से जांच की उठाई मांग:नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बताया कि इतना ही नहीं चंबा में 1998 में हुए सतरुंडी आंतकी हमले में 35 लोगों की मौत हुई थी. उसमें भी आरोपी के तार जुड़े थे. आरोपी की बहन के साथ मनोहर का मिलना जुलना था. क्या इसलिए इसको मौत के घाट उतार दिया गया या मामला कुछ और है. जयराम ठाकुर ने पूरे मामले की जांच NIA से करवाने की मांग उठाई है, ताकि सच सामने आ सके. जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के स्थानीय प्रभावशाली नेता मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं.