शिमला: प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय में अब उच्च शिक्षा निदेशक से मिलना आसान नहीं होगा. उनके कार्यालय तक पहुंचने के लिए आपको कार्यालय भवन के प्रवेश गेट पर ही तैनात सुरक्षा कर्मी को पहले अपना नाम,पता, मिलने की वजह तक बतानी होगी जिसके बाद रिसेप्शन पर आपको पास मिलेगा और उसी पास के आधार पर आपको शिक्षा निदेशक से मिलने की अनुमति मिल पाएगी.
साथ ही अगर कोई खास वजह आपके पास शिक्षा निदेशक से मिलने की नहीं हुई तो निदेशक से मिलना मुश्किल हो सकता है.
बता दें कि यह दूसरी बार है जब उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा की ओर से यह नई व्यवस्था निदेशालय में की गई है. अभी तक निदेशक से मिलने आ रहे लोगों को पीए के पास जा कर स्लिप देनी पड़ती थी, लेकिन अब इस नई व्यवस्था के तहत निदेशक से मिलने से पहले रिसेप्शन पर ही निदेशक से मिलने की वजह का ब्यौरा देना होगा. बता दें कि इससे पहले भी शिक्षा निदेशक की ओर से इस तरह की पहल की गई थी. शिक्षा निदेशालय के गेट के बाहर एक सुरक्षा कर्मी को तैनात किया था. यह सुरक्षा कर्मी भी निदेशालय आने जाने वाले लोगों का ब्योरा लेने के साथ ही शिक्षा निदेशालय के कर्मचारियों के भी आने-जाने के समय पर निगरानी रख रहा था, लेकिन यह प्रक्रिया ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई और कर्मचारियों के विरोध के बाद इस सुरक्षाकर्मी को निदेशालय के गेट से हटा दिया गया और व्यवस्था पहले की तरह ही कर दी गई थी.
उच्च शिक्षा निदेशालय में पाउच्च शिक्षा निदेशालय में पास पर ही मिलेगी एंट्रीस पर ही मिलेगी एंट्री अब जब दूसरी बार यही व्यवस्था शिक्षा निदेशक की ओर से की गई है तो इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. हलांकि निदेशालय के अधिकारी व्यवस्था और अनुशासन के साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से इस पहल को शुरू करने का तर्क दे रहे हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह हैं कि यह व्यवस्था इतने वर्षों बाद शिक्षा निदेशालय में ही क्यों लागू की जा रही हैं. हालांकि निदेशालय के इस भवन में सीसीटीवी कैमरा लगे हैं ओर उसकी स्क्रीन शिक्षा निदेशक के कार्यालय में है जिस से वह निदेशालय आने जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रख सकते हैं, लेकिन इसके बाद भी सुरक्षाकर्मी की तैनाती के साथ ही पास बनाने की नई व्यवस्था निदेशालय में लागू कर दी गई है.