दिल्ली: केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी पर 210 मेगावाट की लुहरी जल विद्युत परियोजना को मंजूरी दी है. बुधवार को हुई मोदी कैबिनेट की बैठक में 1810 करोड़ के इस हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पर ये फैसला हुआ. ये हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट शिमला और कुल्लू जिले के बॉर्डर स्थित लुहरी में सतलुज नदी पर बनेगा.
कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी.
- लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट 210 मेगावाट का होगा
- प्रोजेक्ट की लागत 1810 करोड़
- हर साल 775 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन होगा
- हाइड्रो प्रोजेक्ट होने के चलते कार्बन उत्सर्जन नहीं होगा
- इतनी बिजली पैदा करने के लिए करीब 6 लाख टन का कार्बन उत्सर्जन होता जो कि नहीं होगा
- ये प्रोजेक्ट सतलुज जल विद्युत निगम के (SJVNL) के तहत होगा
- प्रोजेक्ट के लिए केंद्र और राज्य सरकार की मदद मिलेगी
- 2000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा
- हिमाचल को 1140 करोड़ की बिजली मुफ्त मिलेगी
- प्रोजेक्ट से प्रभावित हर परिवार को दस साल के लिए 100 यूनिट बिजली मुफ्त होगी
इस परियोजना का निर्माण सतलुज जल विद्युत लिमिटेड करेगी और इसमें उसे केंद्र के साथ राज्य सरकार का भी सहयोग मिलेगा. वर्तमान में बढ़ती आबादी के साथ-साथ बिजली की मांग भी बढ़ रही है और लुहरी पावर प्रोजेक्ट से बिजली आपूर्ति में सुधार होगा.
हिमाचल में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया. अमित शाह ने कहा कि इस परियोजना से प्रदूषण कम होगा और हिमाचल में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
सिंगल स्टेज प्रोजेक्ट के रूप में कई गई थीविद्युत परियोजना की शुरुआत
एसजेवीएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निर्देशक नंदलाल शर्मा ने कहा कि लुहरी जल विद्युत परियोजना की शुरुआत सिंगल स्टेज प्रोजेक्ट के रूप में कई गई थी. 27.10.2008 को हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे. जिसके बाद मार्च 2015 में हिमाचल सरकार ने परियोजना में मल्टीस्टेज की संभावना का पता लगाने के लिए एलएचईपी जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसके बाद परियोजना की तीन स्तर पर रि डिजाइन किया गया. जो कि 210 मेगावाट की लुहरी स्टेज-1, 172 मेगावाट की लुहरी स्टेज-2. 382 मेगावाट की सुन्नी डैम और ये सभी प्रोजेक्ट एसजेवीएनएल को 29-8-2017 को सौंपे गए.
2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राइजिंग हिमाचल इन्वेस्टर्स मीट के दौरान हिमाचल सरकार से एमओयू साइन किया और इन प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी स्टैंड अलोन बेस पर हिमाचल सरकार को दी. नंदलाल शर्मा ने बताया कि बिल्ड ऑन ऑपरेट मेंटेन आधार पर हिमाचल के एनएच-5 के साथ साथ निरथ गांव के पास सतलुज नदी पर 210 मेगावाट का लुहरी स्टेज-1 हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट विकसित किया जा रहा है.