शिमलाःहिमचल प्रदेश में 265 करोड़ की छात्रवृति घोटाले में सीबीआई जांच में तेजी ला रही है. हर दिन सीबीआई की नई कार्रवाई सामने आ रही है. बीते दिन मुख्य आरोपी अरविंद राजटा के होम स्टे की नीलामी के बाद अब सीबीआई ने बैंक अधिकारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
विभागीय कार्रवाई की सिफारिश
छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़े के.सी. इंस्टीट्यूट ऑफ नवांशहर में हुए 11.33 करोड़ के घोटाले के मामले में सीबीआई ने बैंक के तीन अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है. हालांकि इनके खिलाफ आपराधिक मामला बनाने के लिए पर्याप्त तथ्य नहीं मिल पाएं हैं, लेकिन छानबीन में पता चला है कि इन अधिकारियों ने अपनी दायित्व का निर्वहन नहीं किया.
सीबीआई की चार्जशीट में एस.पी. सिंह आरोपी
गैर कानूनी तरीके से खातों से करोड़ों की छात्रवृत्ति की निकासी हुई. इन अधिकारियों ने अपनी दायित्व का निर्वहन किया होता तो इस घोटाले को होने से रोका जा सकता था. इसे देखते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी ने इनके खिलाफ बैंक प्रबंधन को विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की है. इस मामले में बैंक के एक कर्मी एस.पी. सिंह को सीबीआई ने चार्जशीट में आरोपी बनाया है.