शिमला: कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी हालत इस प्रकार हो गई है. जिस प्रकार बिना दूल्हे की बारात (Cabinet Minister Rakesh Pathania on Congress)होती है. कांग्रेस के सभी नेता दिल्ली तो दूल्हा ढूंढने और एकजुट होने गए ,लेकिन वहां से टुकड़ों में वापस शिमला आए. कांग्रेस को न मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मिल सका और न ही कोई नेता जो विधानसभा चुनावों में उन को लीड कर सके. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को भी चुनाव हारने का डर सताने लगा है.राकेश पठानिया ने कहा कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव और उनके परिणामों से कांग्रेस घबराई हुई है.
कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया का बयान: कांग्रेस की हालत बिना दूल्हे के बारात जैसी,आम आदमी पार्टी पर ये कहा
कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी हालत इस प्रकार हो गई है. जिस प्रकार बिना दूल्हे की बारात (Cabinet Minister Rakesh Pathania on Congress)होती है. कांग्रेस के सभी नेता दिल्ली तो दूल्हा ढूंढने और एकजुट होने गए ,लेकिन वहां से टुकड़ों में वापस शिमला आए.वहीं, आम आदमी पार्टी (Rakesh Pathania on Aam Aadmi Party)पर उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश में तीसरे मोर्चे का उदय हुआ फायदा भाजपा को ही मिला.
पहले जो कांग्रेसी नेता मंत्री और मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे थे, वह अब अपनी सीट को लेकर ही आश्वस्त नहीं दिख रहे. ऐसे में एक कोशिश दिल्ली जाकर एकजुट होने की की थी ,लेकिन वह भी बेकार गई. कांग्रेस के नेता अब आम आदमी पार्टी का रुख कर रहे हैं.प्रदेश में आम आदमी पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि हिमाचल की परिस्थितियां बिल्कुल अलग (Rakesh Pathania on Aam Aadmi Party) है. पंजाब में लोग अकाली दल और कांग्रेस से दुखी हो चुके थे. ऐसे में वह कई दिनों से विकल्प की तलाश में थे.आम आदमी पार्टी के रूप में उनको विकल्प दिखा, लेकिन हिमाचल प्रदेश में परिस्थितियां बिल्कुल अलग है.
यहां आम आदमी पार्टी का कोई बड़ा वजूद नहीं है. इस बात से इंकार नहीं किया कि कुछ जगह आम आदमी पार्टी जरूर प्रभावित कर सकती है,लेकिन अधिकांश जगह उनका कोई असर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के बॉर्डर एरिया खासकर ऊना से लगते नंगल में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की , लेकिन उसका असर हिमाचल में भी होगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता.
राकेश पठानिया ने कहा कि हिमाचल का इतिहास उठाकर देखें तो जब भी प्रदेश में तीसरे मोर्चे का उदय हुआ है. हर बार ही भाजपा की सरकार बनी. ऐसे में अगर आम आदमी कुछ प्रतिशत वोट हासिल करती है तो उसका फायदा भाजपा को मिलेगा.
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