ज्योतिषाचार्य सूर्यकांत शुक्ला के मुताबिक दिसंबर माह में बुध ने कई बार राशियों में परिवर्तन किया है, जहां दिसंबर से पहले बुध वृश्चिक राशि में स्थित थे और वृश्चिक राशि से 2 दिसंबर को धनु राशि में आए, धनु राशि के बाद 27 दिसंबर को रात में 2:37 मिनट पर मकर राशि में गोचर किए. अब फिर 30 दिसंबर को सुबह वह धनु राशि में वक्री भी हो जाएंगे, इसकी वजह से बुध अलग-अलग राशियों पर विशेष प्रभाव भी छोड़ेंगे. (Budh Vakri in Dhanu Rashi) बुध ग्रह गोचर से और राशि परिवर्तन से कई राशियों को फायदा भी मिलने जा रहा है, साथ ही कुछ राशियों को सावधानी भी रखनी है. बुध की शांति के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं साथ ही बुध के वक्री और मार्गी होने का क्या परिणाम हो सकता है. आइए जानते हैं.-
बुध का प्रभाव:ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि वैसे तो बुध ग्रह को कुंडली में विवेक बुद्धि धनसंपदा एवं तकनीकी इत्यादि का ग्रह माना जाता है, शिक्षा संबंधित ग्रह माना जाता है. वहीं बुध की वक्री दशा और मार्गी दशा का अपना विशेष प्रभाव भी होता है, अगर बुध की वक्री दशा है और जातक के लग्न उदय पर बुध की स्थिति उच्च की है तो जातक का भाग्य प्रबल रूप से चमक जाता है. अगर जन्म लग्न कुंडली में बुध की स्थिति प्रबल है तो जातक को अनेकों प्रकार से बल मिलता है और वह बुद्धिमान हो करके अपने कार्य लेखन इत्यादि में निपुण होता है, वहीं वह व्यक्ति तार्किक होकर के बुद्धिमत्ता पूर्वक समाज में प्रतिष्ठा भी प्राप्त करता है.
बुध के गोचर से राशियों पर असर:ज्योतिष आचार्य के मुताबिक वैसे तो वर्षफल के अनुसार हर एक राशि पर अलग-अलग प्रभाव रहता है, इसलिए बुध के इस राशि परिवर्तन का विशेष असर देखने को मिलेगा.(Vakri Budh 2022)
मेष राशि: बुध के गोचर से मेष राशि के जातकों को हर्ष, कार्य सिद्धि व परीक्षा इत्यादि में सफलता के योग बन रहे हैं.
वृष राशि: वृष राशि के जातक भी अचल संपत्ति, गृह निर्माण और अन्य कार्यों में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मतलब इस राशि के जातकों का भी फायदा होने वाला है.
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए सामान्य मिलाजुला समय रहेगा, हालांकि इस राशि के जातकों में तीर्थ यात्रा भ्रमण का योग भी बन सकता है.
कर्क राशि: कर्क राशि के जातक पद प्रतिष्ठा इत्यादि के लिए उत्साहित होंगे, बुध की दृष्टि से उनके भी कई कार्य प्रबल रूप से बनने के संकेत हैं.