शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से 22 सितंबर से करवाई जाने वाली बीटेक और एमटेक की परीक्षाओं को लेकर जारी हुई फर्जी अधिसूचना ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ ही छात्रों को भी दिन भर परेशान रखा. बीटेक को एमटेक की परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर फर्जी अधिसूचना शरारती तत्वों की ओर से सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई.
इस अधिसूचना में यह कहा गया था कि विश्वविद्यालय की ओर से 22 सितंबर से करवाई जाने वाली परीक्षाओं को कोविड-19 की वजह से स्थगित करने का फैसला लिया गया हैं. फर्जी अधिसूचना को इस तरीके से तैयार किया गया था कि उसके फर्जी होने का अंदेशा कोई नहीं लगा पाया. यहां तक की इस फर्जी अधिसूचना में एचपीयू के अधिकारियों के हस्ताक्षर भी किए गए थे और इस अधिसूचना को संबंधित कोर्स से जुड़े विभागों के निदेशक के साथ ही पीआरओ को भी भेजा गया था.
अधिसूचना को सही मानते हुए एचपीयू पीआर की ओर से भी मीडिया में इस अधिसूचना को सर्कुलेट कर दिया कर दिया गया, लेकिन जैसे ही अधिसूचना की फर्जी होने की जानकारी विश्वविद्यालय को मिली तो विश्वविद्यालय ने अपनी ओर से स्पष्टीकरण जारी करते हुए परीक्षाओं को तय शेड्यूल पर करवाने की ही बात की है. एचपीयू परीक्षा नियंत्रण डॉ. जेएस नेगी की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि विश्वविद्यालय की ओर से एमटेक और बीटेक की परीक्षाओं के शेड्यूल में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है.