शिमला: दुनिया भर में जहां कोरोना को लेकर सावधानी बरती जा रही है वहीं, आइजीएमसी में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. आइजीएमसी आइसोलेशन वार्ड के बाहर घंटों तक बिलासपुर से रेफर संदिग्ध मरीज का शव खुले में पड़ा रहा.
जानकारी के अनुसार रविवार देर रात और सोमवार सुबह 3 बजे के लगभग एक शव आइसोलेशन वार्ड के बाहर एक एम्बुलेंस उतार कर चली गई. तिमारदारों ने भी शव को उठाने से मना कर दिया ना ही अस्पताल से किसी ने शव को उठाया और सुबह जब लोगों ने अस्पताल के किनारे शव को पड़े देखा तो सबके होश उड़ गए. मामला आइजीएमसी पुलिस तक पहुंचा जिसके बाद सुबह सफाई कर्मी ने शव को कोविड के लिए लगाई एम्बुलेंस में रख कर शव ग्रह में रखा.
IGMC में जमीन पर खुले में घंटों पड़ा रहा कोरोना संदिग्ध का शव जानकारी के अनुसार मृतक कुछ दिन पहले दिल्ली गया था और वापिस जब बिलासपुर आ रहा था तो सवारघाट में उसे क्वारंटाइन कर दिया गया. रविवार को हालात बिगड़ने पर बिलासपुर अस्पताल ले जाया गया. जहां से उसे आइजीएमसी रेफर किया गया और रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई. अस्पताल पहुंचने पर एबुलेंस ने शव को परिसर किनारे उतार कर चली गई.
इस सबंध में आइजीएसमी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ. राहुल गुप्ता ने बताया कि बिलासपुर से एक ब्रॉड डेड आया था. गुप्ता ने बताया कि जो भी इस तरह के ब्रॉड डेड आते हैं उसके बारे में सीएमओ, केसुअल्टी मेडिकल ऑफिसर से सम्पर्क कर शव ग्रह में रखा जाता है.
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