शिमला: हिमाचल भाजपा में कई राजनीतिक परिवार हैं जिनमें प्रेम कुमार धूमल, जेपी नड्डा, महेश्वर सिंह, खिमी राम, महेंद्र सिंह आदि जैले बड़े नाम शामिल हैं, जो अपनी अगली पीढ़ी को चुनावी समर में उतारने का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में क्या 2022 के विधानसभा चुनावों (Himachal assembly election 2022) में उन्हीं के परिवार से विधानसभा का टिकट किसी और सदस्य को मिलेगा या नहीं, इस पर सवाल खड़े होते दिख रहे हैं. हालांकि चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने परिवारवाद पर अपने निर्णय के खिलाफ जाकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और अन्य कई अन्य नेताओं के परिवार जनों विधानसभा तक पहुंचाया है.
महेश्वर सिंह और खिमी राम द्वारा अपने परिवार के लोगों को टिकट मांगने के प्रश्न का जवाब देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि पार्टी के समक्ष इस प्रकार की कोई बात इन नेताओं के द्वारा नहीं कही गई है. लेकिन टिकट मांगने का अधिकार सबको है. टिकट आवंटन पर निर्णय भाजपा हाईकमान ही लोगी और सभी को उन निर्णय का सम्मान करते हुए आगे बढ़ना होता है. परिवारवाद पर बोलते हुए हिमाचल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप (BJP State President Suresh Kashyap) ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल दौरे के दौरान खुलकर इस विषय पर अपने विचार रखे हैं. ऐसे में परिवारवाद पर और अधिक बोलना ठीक नहीं रहेगा. लेकिन जो बातें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कही हैं उन पर ही आगे बढ़ते हुए पार्टी निर्णय लेगी.
ईटीवी भारत फेस टू फेस एपिसोड. टिकट आवंटन में सर्वे होगा मुख्य आधार:उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिताऊ उम्मीदवारों को जिनका प्रदेश में जनाधार भी है उनको ही टिकट दिया (Suresh Kashyap on ticket allotment) जाएगा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी समय समय पर सर्वे करवाती रहती है और सर्वे के आधार पर विधानसभा चुनावों में प्रत्याशियों के टिकट दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि टिकट आवंटन का एक बहुत बड़ा आधार सर्वे रिपोर्ट भी होगी. टिकट आवंटन का निर्णय पार्टी हाईकमान करती है. फिल्हाल इसपर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन सर्वे हमेशा महत्वपूर्ण रहता है.
भाजपा में नहीं कोई गुटबाजी:उन्होंने कहा कि दो निर्दलीय विधायकों होशियार सिंह और प्रकाश राणा के भाजपा में शामिल होने के बाद धूमल गुट की तरफ से विरोध के स्वर उठने के सवाल पर जवाब देते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि भाजपा में न कोई गुट है और न ही कोई खेमा है. पूरी भाजपा एकजुट है. दोनों निर्दलीय विधायक अब भाजपा के विधायक बन गए हैं. दोनों के भाजपा में शामिल होने के बाद ब्लॉक स्तर पर भी अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हुए हैं. कहीं भी विरोध इन विधायकों का नहीं हो रहा है. भाजपा में दोनों विधायकों का स्वागत है.
भाजपा की चिंता छोड़ अपनी चिंता करे कांग्रेस:वहीं, जयराम ठाकुर सरकार के नागपुर संघ कार्यालय से चलने वाले कांग्रेस (Suresh Kashyap on congress) के आरोपों का जवाब देते हुए सुरेश कश्यप ने कांग्रेस पार्टी पूछा की आज कांग्रेस की सरकार कहां से चलती है, यह बड़ा प्रश्न है. देश की सबसे पुरानी पार्टी की हालत आज क्या है यह उनके लिए आत्मचिंतन का विषय है. उन्होंने कहा कि प्रश्न यह है कि आज कांग्रेस पार्टी कहां से चलती है. वो दिन दूर नहीं जब कांग्रेस पार्टी देश के नक्शे से लुप्त हो जाएगी. देश की सबसे पुरानी पार्टी की हालत क्या है यह पिछले दिनों हुए चार राज्यों के चुनावों में स्पष्ट हो गया है. जहां से कांग्रेस पार्टी गायब हो गई है. ऐसे में अब कांग्रेस को आत्म विवेचन करने की जरूरत है.