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जमानती कांग्रेस 2022 का सपना छोड़े, 2027 में भी कहीं नहीं टिक पाएगी: त्रिलोक कपूर

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Published : Aug 24, 2020, 10:00 PM IST

भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं नवनियुक्त हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन चेयरमैन त्रिलोक कपूर ने पद भार ग्रहण करने के बाद कहा कि कांग्रेस बहुत बड़ी गलतफहमी में है. प्रदेश में अब राजनीतिक परिस्थितियां बदल चुकी हैं.

trilok kapoor
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शिमला: भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं नवनियुक्त हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन चेयरमैन त्रिलोक कपूर ने पद भार ग्रहण करने के बाद कहा कि कांग्रेस बहुत बड़ी गलतफहमी में है. प्रदेश में अब राजनीतिक परिस्थितियां बदल चुकी हैं. जहां एक ओर विश्व के सबसे बडे़ भाजपा जैसे लोकतांत्रिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश का सम्बन्ध हिमाचल प्रदेश से है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ढाई वर्ष का ईमानदार व प्रगतिशील सुशासन हम सबके सामने है.

त्रिलोक कपूर ने कांग्रेस पार्टी निशाना साधते हुए कहा कि हमारे मुख्यमंत्री का समय कोर्ट-कचहरियों में व्यतीत नहीं होता है और न ही मुख्यमंत्री कार्यालय से नोटों के अटैची गायब होती हैं. भाजपा नेता ने कहा कि ईमानदार सुशासन के कारण ही प्रदेश की जनता ने लोक सभा चुनाव में चारों सीटों पर व पच्छाद और धर्मशाला में उप चुनाव पर जमानत जब्त करवाकर कांग्रेस को अपनी असली जमीन दिखा दी थी.

प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि जिस तरह गुजरात, मध्यप्रदेश, और छतीसगढ़ राज्यों में भाजपा लगातार 15 वर्षो से भी ज्यादा समय तक जनता की सेवा करती रही है. उसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश भी 2022 की नहीं बल्कि 2027 में भी जनता का आर्शीवाद भाजपा को मिले, इस विश्वास के दृष्टिगत जयराम सरकार एक मजबूत योजना के रूप में काम कर रही है.

त्रिलोक कपूर ने कहा कि वीरभद्र सिंह शासन में मुख्यमंत्री की शपथ के तुरंत बाद 9 सीपीएस, 41 निगमों और बोर्डों में चेयरमैन की विशाल रेजीमेंन्ट की स्थापना करने वाली कांग्रेस पार्टी ही थी. लगता है कि अब उनकी यादाशत पूरी तरह समाप्त हो गई है.

भाजपा नेता ने कांग्रेस द्वारा निगमों और बोर्डों के चेयरमैन बनाये जाने पर आलोचना को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी के नेताओं के ऐसे ही बेहुदा व तर्कहीन बयान छपते रहे, तो आगे ऐसा भी समय आएगा कि प्रदेश की जनता उनकी बातों और बयानों को सुनना और पढ़ना बिल्कुल बंंद कर देगी.

उन्होंने कहा कि भेड़ पालन व्यवसाय को बचाना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. इस विभाग के साथ उनका बड़ा गहरा सम्बन्ध है और अनुभव भी है, जो पिछले कार्यकाल में कुछ करना रह गया था, उसे पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा.

त्रिलोक कपूर ने कहा कि वन व पशु पालन विभाग का भेड़ पालन व्यवसाय से सीधा-सीधा सम्बन्ध है. माननीय मुख्यमंत्री के विशेष आशीर्वाद से व पशु पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर और वन मंत्री राकेश पठानिया के सहयोग से भेड़ पालकों के विकास के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत रहूंगा.

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