शिमला: भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति स्वरोजगार की दृष्टि से दूरगामी परिणाम देगी. उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में उच्च शिक्षा मूल रूप से तीन से चार साल पैटर्न पर आयोजित होगी. प्रथम वर्ष की पढ़ाई में एक वर्ष का सर्टिफिकेट कोर्स होगा.
दूसरे वर्ष डिप्लोमा कोर्स, तीसरे वर्ष पढ़ाई पूर्ण होने पर डिग्री प्रदान की जाएगी. उन्होंने बताया कि चौथे वर्ष में किसी विषय या उद्देश्य की पूर्ति के लिए विशेष अध्ययन की व्यवस्था रहेगी. त्रिलोक जम्वाल ने बताया कि इस शिक्षा व्यवस्था में प्रत्येक वर्ष छात्र कॉलेज छोड़ सकता है और मल्टी एंट्री और एग्जिट के तहत फिर से प्रवेश ले सकता है.
त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि व्यवसायिक शिक्षा के तहत छात्र कक्षा छठी से अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार व्यवसायिक विषय का चयन कर सकेंगे. जिससे किशोर अवस्था से ही विद्यार्थी स्वरोजगार की दिशा में अपनी सोच विकसित कर सकेगा.
भाजपा महामंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में कोई भेदभाव नहीं है, नई शिक्षा नीति नए भारत की नींव रखेगी, भेड़चाल खत्म होगी. बच्चों में सीखने की ललक बढ़े, इसलिए स्थानीय भाषा पर फोकस किया गया है. पांचवीं तक बच्चे अपनी भाषा में पढ़ाई करेंगे. उन्होंने कहा कि हमें विद्यार्थियों को ग्लोबल सिटीजन बनाना है, लेकिन अपनी जड़ों से भी जुड़े रहना है.