भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर शिमला: सुखविंदर सिंह सरकार के द्वारा पूर्व मुख्य सचिव रहे राम सुभग सिंह को सेवा विस्तार देने के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है. भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता से पहले सीएम सुक्खू का विपक्ष में रहते हुए 11 अगस्त को सदन में दिया गया बयान दिखाया. जिसमें सीएम ने तत्कालीन मुख्य सचिव पर सवाल उठाए थे, लेकिन अब दोबारा से उन्हें सेवा विस्तार देने पर सवाल खड़े हो रहे है.
त्रिलोक कपूर ने पूछा कि क्या अब ये अफसर गंगा जल से धुल गए हैं. मुख्यमंत्री सुक्खू ने सदन में अफसर पर भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोला था, लेकिन अब उसी अफसर को सेवानिवृति के बाद प्रधान सलाहकार नियुक्त कर दिया गया है. इससे सरकार की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है.इस व्यक्ति को भाजपा सरकार के दौरान 14 जुलाई 2022 को मुख्य सचिव पद से हटा दिया गया था.
राम सुभाग सिंह की नियुक्ति से यह प्रश्न उठाती हैं कि कौन सा निरमा पाउडर या कौन सा गंगाजल इस सरकार ने तैयार किया है जिससे शुद्धिकरण हो गया है. उन्होंने कहा कि हमारा उस अधिकारी से कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है पर मुख्यमंत्री ने उसी अधिकारी को आज अपने कार्यालय में 1 साल की एक्सटेंशन देते हुए प्रधान सलाहकार भी नियुक्त कर लिया है. जो यह निर्णय लिया गया है इससे साफ दिखता है कि दाल में कुछ काला है.
'सुक्खू सरकार कुर्सी बचाने और यारी निभाने में प्रदेश को कर रही बर्बाद':भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह यारी निभाने में लगे हैं और उच्च पदों पर अपने मित्रों को नियुक्ति दी जा रही है. संवैधानिक रूप से हिमाचल प्रदेश में अपनी कुर्सी को बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने 6 मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त कर एक बहुत बड़ा आर्थिक बोझ प्रदेश की जनता पर डाल दिया. 8 महीने में इतनी सलाहकारों की फौज खड़ी हुई है, तो अभी सरकार का काफी समय बाकी है. वास्तव में यह सरकार कुर्सी बचाने और यारी निभाने में मदहोश है.
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