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Politics On Himachal Disaster: आपदा से निपटने में सरकार ने नहीं दिखाई गंभीरता, ऑल पार्टी मीटिंग तक नहीं बुलाई: BJP

हिमाचल में आई आपदा अब सियासी जंग का मुद्दा बन चुका है. आपदा को लेकर सत्ता और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं. इसी कड़ी में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने आपदा से निपटने में सुक्खू सरकार का नाकाम बताया है. उन्होंने कहा आपदा से निपटने में सरकार ने कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई है. (BJP attack on Sukhu government) ( Politics On Himachal Disaster) (disaster in Himachal)

Politics On Himachal Disaster
आपदा को लेकर भाजपा का सरकार पर हमला

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Published : Jul 19, 2023, 9:12 AM IST

आपदा को लेकर भाजपा का सरकार पर हमला

शिमला: हिमाचल प्रदेश में आपदा से निपटने को लेकर लगातार भाजपा राज्य सरकार पर सवाल खड़े कर रही है. साथ ही ऑल पार्टी मीटिंग न बुलाने पर भाजपा ने सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा हिमाचल प्रदेश में जिस तरह से बीते दिनों में भारी बारिश हुई है, जिसमें काफी नुक्सान हुआ है. इस आपदा से निपटने के लिए सरकार ने गंभीरता से प्रयास नहीं किए हैं. इस आपदा की घड़ी में कांग्रेस सरकार को जिस प्रकार से सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर काम करना चाहिए था, उसमें सरकार नाकाम रही है. अभी तक सरकार ने हिमाचल की ऑल पार्टी मीटिंग कॉल नहीं की है.

उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि ऐसी त्रासदी के समय भी सरकार एकजुट होकर काम नहीं कर रही है. एकता का अभाव सामने नजर आ रहा है. इतनी बड़ी आपदा में मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा हेलीकॉप्टर में अपने कुछ चुनिंदा मित्रों को बिठाकर अलग से कर रहे हैं. जल शक्ति मंत्री मुकेश अग्निहोत्री अपने हिसाब से अलग से दौरा कर रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह अपने बेटे लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ अलग से प्रभावित क्षेत्रों का प्रवास कर रही है. सब अलग-अलग दौरा कर रहे हैं तो क्या ऐसे समय में सरकार ने जब बड़ा हेलीकॉप्टर लिया है, यह सभी मंत्री और प्रमुख विभाग से संबंधित मंत्री प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते और इन विभागों के अधिकारियों को एक निर्देश देते तो ऐसे में समय की बचत होती. आज सरकार की एकजुटता पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है.

उन्होंने कहा एक ओर प्रदेश में त्रासदी है. ऐसे में प्रभावितों को राहत, नुकसान की भरपाई, पुनर्वास की आवश्यकता और पुनर्निर्माण की आवश्यकता है. वहीं, दूसरी तरफ सरकार के मंत्री एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं. अगर एक मंत्री बयान देता है तो सरकार उस पर कार्रवाई करने के बजाय, बाकी मंत्री उसका खंडन करते हैं. अभी भी हिमाचल के लोग गायब हैं. गांव से संपर्क टूट गया है. बिजली पानी नहीं है. इन सब व्यवस्थाओं को फिर से पटरी पर लाने के लिए जो प्रयास होने चाहिए वह दिखाई नहीं दे रहा. पुनर्निर्माण और पुनर्वास जैसे कार्य अभी शुरू ही नहीं हुए हैं. प्रमुख सड़कों पर लैंडस्लाइड हो गया पर यह सरकार अभी तक स्लिप भी नहीं उठा पाई. इनसे सड़कें नहीं खुल रही और नीचे कांग्रेस के छुट भैया नेताओं में काम लेने की होड़ लगी है. मूलभूत आवश्यकताएं बिजली और पानी अभी तक बहाल नहीं हो पाए हैं.

बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि यह सरकार केवल अपनी पीठ थपथपाना का काम कर रही है. प्रभावितों को राहत देने की बजाय सरकार ने 3 रु लीटर डीजल पहले महंगा कर दिया. सरकार ने प्रभावितों पर आर्थिक बोझ लादने का काम किया है. उन्होंने कहा कि राहत मैनुअल में समय सीमा भी गलत है, 7 जुलाई से 15 जुलाई कम समय सीमा है. मैनुअल में कई विषय छूट गए हैं. जैसे जिनके पूरे घर बह गए, उनको कितना पैसा मिलेगा? शायद यह सरकार एक और राहत मैनुअल जारी करेगी. अभी भी बारिश जारी है और अभी भी लोगों को भारी नुकसान पहुंच रहा है. हिमाचल में तो बारिश रुकने के बाद भी काफी नुकसान झेलना पड़ता है.

भाजपा मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने हिमाचल प्रदेश को हर प्रकार सहयोग देने के लिए केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का आभार जताया है. उन्होंने कहा केंद्र सरकार ने ₹361 करोड़ रुपए हिमाचल प्रदेश को दिए हैं. प्रदेश सरकार को भी केंद्र सरकार का धन्यवाद करना चाहिए. प्रदेश सरकार में केवल सिर्फ पैसे मांगने की होड़ लगी है. अभी प्रदेश सरकार से कोई आंकलन तो हो नहीं रहा है, लेकिन हर मंत्री अलग-अलग माध्यम से पैसे मांग रहे हैं. कोई चार हजार करोड़, कोई सात हजार करोड़ तो कोई आठ हजार करोड़ मांग रहा है. इस प्रकार से कोई पैसा नहीं आता है. पहले आंकलन करना चाहिए और उसके बाद पैसे मांगने चाहिए.
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