शिमला: हिमाचल की सत्ता के लिए चुनाव प्रचार का युद्ध थम गया है. प्रचार वार में भाजपा ने पीएम नरेंद्र मोदी सहित अन्य बड़े नेताओं को झोंक दिया था. वहीं, कांग्रेस की चुनावी नैया प्रियंका वाड्रा के आसरे रही. प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल में चार रैलियां कीं. प्रियंका वाड्रा ने भी चार ही रैलियों को संबोधित किया. (BJP Ralliy in Himachal) (Congress Rally in Himachal)
भाजपा ने पीएम सहित गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय सूचना मंत्री अनुराग ठाकुर, महिला व बाल विकास मंत्री स्मृित ईरानी सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत सहित संगठन से जुड़े नेताओं की जनसभाएं आयोजित कीं. भाजपा की नीतियों का प्रचार करने के लिए संगठन के कई नेता मीडिया से वार्ता के लिए भी पहुंचे. रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, संबित पात्रा, नलिन कोहली जैसे नेताओं ने नियमित प्रेस वार्ताएं कीं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्य नेताओं ने मीडिया में कई बयान जारी किए. (Himachal Pradesh Election 2022) (modi rally in himachal)
कांग्रेस सिर्फ प्रियंका वाड्रा व सचिन पायलट के सहारे रही. अलबत्ता नव नियुक्त पार्टी मुखिया मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दो रैलियां कीं. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत सहित पार्टी प्रवक्ताओं व पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला ने कई कार्यक्रम, प्रेस वार्ताएं व संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठकें कीं. (Himachal Pradesh Election news)
भाजपा ने छोटी बड़ी कुल मिलाकर 145 रैलियां कीं. कांग्रेस की रैलियों की संख्या सत्तर के करीब है. प्रियंका वाड्रा ने चार रैलियां की और साथ ही शिमला में रोड शो भी करना था, लेकिन वो ऐन समय पर रद्द हो गया. वहीं, चुनाव से पूर्व प्रियंका वाड्रा ने सोलन में परिवर्तन संकल्प रैली की थी. सचिन पायलट ने छोटी-बड़ी 16 रैलियां की. इसी तरह प्रतिभा सिंह ने 47 रैलियों की संबोधित किया. हरीश रावत भी दो रैलियों में पहुंचे. आनंद शर्मा ने भी चार जनसभाओं को संबोधित किया. हालांकि वे कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज भी हैं. सोलन में एक कार्यक्रम के दौरान उनसे जब कांग्रेस की 1500 रुपए वाली गारंटी से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझसे इस बारे में चर्चा नहीं हुई. इसके लिए पैसा कहां से आएगा, उसका अंदाजा नहीं है. जिन्होंने घोषणा पत्र तैयार किया है, वे इस बारे में बेहतर जानते होंगे. (Himachal Pradesh elections Exit Polls)