शिमला:मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को 6 मुख्य संसदीय सचिवों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. सुंदर सिंह ठाकुर, मोहन लाल ब्राक्टा, राम कुमार चौधरी, आशीष बुटेल, किशोरी लाल और संजय अवस्थी ने मुख्य संसदीय सचिव के रूप में शपथ ग्रहण की. इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायकगण, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी गोपाल शर्मा अन्य वरिष्ठ अधिकारी और नवनियुक्त मुख्य संसदीय सचिवों के परिजन भी उपस्थित थे.
हिमाचल में बने 6 मुख्य संसदीय सचिव, जानिए इनका राजनीतिक सफर
राजनीतिक संतुलन बनाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 6 विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव बनाया (Chief Parliamentary Secretary in Himachal) है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में सभी 6 विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव पद की शपथ दिलाई. कौन हैं ये मुख्य संसदीय सचिव और इनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है ये जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...
Chief Parliamentary Secretary in Himachal
मुख्य संसदीय सचिवों का जीवन-परिचय:
- कौन हैं सुंदर सिंह ठाकुर:इनका जन्म खूबी देवी एवं जोग ध्यान ठाकुर के घर 5 मई, 1965 को कुल्लू जिले के शालंग में हुआ. इन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की. इनकी धर्मपत्नी श्रीमती इंदिरा ठाकुर एवं दो बेटे हैं. यह बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं. इन्होंने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया. इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे. वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे. (CPS Sunder Singh Thakur)
- इन्होंने वर्ष 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया. सुंदर सिंह ठाकुर दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवल्पमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे. दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए. यह सामाजिक सेवाओं से जुड़े रहे हैं और सक्रिय रक्तदाता भी हैं. भ्रमण के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की संस्कृति, परंपराओं और जीवन शैली के बारे में जानना-समझना इनकी अभिरुचि में शामिल है.
- कौन हैं मोहन लाल ब्राक्टा:इनका जन्म शिमला जिले के रोहड़ू में तेजू राम के घर 19 जून 1965 को हुआ. इन्होंने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं. इनका विवाह रंजना ब्राक्टा के साथ हुआ. इनका एक बेटा और एक बेटी है. यह वर्ष 2012 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए. वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया. 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्र्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे. दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए.(CPS Mohan Lal Brakta)
- कौन हैं राम कुमार चौधरी:इनका जन्म सोलन जिले के हरिपुर संदोली गांव में लज्जा राम (पूर्व मुख्य संसदीय सचिव) के घर 2 मार्च 1969 को हुआ. इन्होंने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है. इनका विवाह कुलदीप कौर (निधि) से हुआ है. इनका एक बेटा एवं एक बेटी है. यह रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं. यह हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं. इसके अतिरिक्त यह वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं. वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे. यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए. दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए. (CPS Ram Kumar Chowdhary)
- कौन हैं आशीष बुटेल:पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुपत्र आशीष बुटेल का जन्म 9 जनवरी, 1980 को हुआ. उनका विवाह श्रीमती कनिका भुल्लर से हुआ है. इनकी एक सुपुत्री है. उन्होंने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की. यह वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं. आशीष बुटेल वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं. वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे. वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए. आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के अध्यक्ष हैं. उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है. (CPS Ashish Butail)
- कौन हैं किशोरी लाल:स्वर्गीय संत राम के सुपुत्र किशोरी लाल का जन्म 10 अक्तूबर, 1947 को जिला कांगड़ा के बैजनाथ में हुआ. उनका विवाह जोगिन्द्रा देवी से हुआ. उनका एक सुपुत्र और तीन सुपुत्रियां हैं. वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं. वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं. किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं. (CPS Kishori Lal)
- कौन हैं संजय अवस्थी:स्वर्गीय दिला राम के सुपुत्र संजय अवस्थी का जन्म 7 अक्तूबर, 1965 को गांव व डाकघर कंधेर, तहसील अर्की, जिला सोलन, हिमाचल प्रदेश में हुआ. उनका विवाह मीनाक्षी से हुआ. उनकी दो सुपुत्रियां हैं. वह वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष और वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे. वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय काग्रेस कमेटी के सदस्य है. संजय अवस्थी 30 अक्तूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए. समाज सेवा तथा युवाओं को राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रेरित करने में इनकी विशेष रूचि है. इन्होंने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैंपियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है. (CPS Sanjay Awasthi)
ये भी पढ़ें:Himachal Cabinet: हिमाचल मंत्रिमंडल का हुआ गठन, इन सात विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ