शिमला: सीबीएसई की ओर से घोषित 12 वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में विज्ञान संकाय में शिमला के जेसीबी स्कूल की भव्या शर्मा ने प्रदेशभर में पहला स्थान हासिल किया है. भव्या के माता-पिता दोनों ही कोरोना योद्धा की भूमिका निभाते हुए शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है. वहीं, बेटी ने प्रदेशभर में टॉप करके अपने अभिभावकों का नाम रोशन किया है.
भव्या ने बाहरवीं की परीक्षा 98 फीसदी अंकों के साथ पास की है. भव्या ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और अपने शिक्षकों को दिया है. भव्या ने कहा कि कोविड के कारण उसके माता-पिता अस्पताल में ज्यादा समय दे रहे है, जिस कारण वह उन्हें कम समय दे पाते थे. घर पहुंचने पर माता-पिता उनसे पढ़ाई के बारे में जरूर पूछते थे.
भव्या को उम्मीद नहीं थी कि वह प्रदेश में पहला स्थान हासिल करेगी, लेकिन उनकी मेहनत रंग लाई है. भव्या ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है. भव्या का कहना है कि स्कूल में जो कुछ भी पढ़ाया जाता है, उसे वह घर पहुंच कर जरूर पढ़ती थी. इससे पढ़ाई बोझ नहीं लगती और सिलेबस भी समय पर कवर हो गया.
भव्या भविष्य में अपने अभिभावकों की तरह डॉक्टर बनना चाहती है, जिसके लिए भव्या नीट की परीक्षा की तैयारी भी कर रही है. भव्या के पिता डॉ. राजेश शर्मा आईजीएमसी में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है और माता डॉ. वनिता शर्मा माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कार्यभार संभाल रहीं हैं. कोविड-19 संकट के बीच दोनों ही अस्पताल में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. दोनों ही अपनी बेटी की परफॉर्मेंस से बेहद खुश हैं.