शिमला: आधुनिकता के इस दौर में जब सबकुछ ऑनलाइन हो रहा है, तो ऐसे में साइबर ठगी के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. डिजिटल होते दौर में साइबर ठगी के जरिए रोजाना सैकड़ों लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाया जाता है. हिमाचल में भी साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए हर रोज ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. ऐसा ही एक तरीके को ठगों ने अपना नया हथियार बनाया है. ठग एटीएम अपडेट करने के नाम पर भोले भाले लोगों को लाखों का चूना लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजधानी शिमला में सामने आया है.
क्या था पूरा मामला?
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में शातिरों ने बुजुर्ग को अपना शिकार बनाया है. न्यू शिमला के रहने वाले 81 वर्षीय डॉ. सुशील सागर के एसबीआई अकाउंट से शातिरों ने 9 लाख 75 हजार 988 रुपए और यस बैंक के अकाउंट से 69 हजार 990 रुपए उड़ा लिए. न्यू शिमला के रहने वाले डॉ. सुशील सागर ने न्यू शिमला थाना में शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में पीड़ित ने बताया है कि वे 30 अप्रैल को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की खलीनी ब्रांच में अपना एटीएम कार्ड अपडेट कराने गए थे. इसके बाद 6 मई को उन्हें दोपहर 2 बजे उन्हें एक फोन आया. इस फोन में व्यक्ति ने खुद को ब्रांच मैनेजर संदीप गुप्ता बताया. इसके बाद डॉ. सुशील सागर को एक और फोन आया. फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का वरिष्ठ अधिकारी उज्ज्वल बताया.
एटीएम अपडेशन के नाम पर ठगी
फोन पर बात कर रहे शातिर ने एटीएम अपडेट करने के नाम पर सुशील सागर से उनकी निजी जानकारी मांगी और उन्हें डेबिट कार्ड नंबर और मोबाइल पर आए ओटीपी साझा करने को कहा. शातिरों के चंगुल में फंसे डॉ. सुशील सागर को ठगी का एहसास तब हुआ, जब उनके दोनों अकाउंट से करीब 10 लाख की धनराशि गायब हो गई. इसके बाद सुशील सागर ने 7 मई को इसकी शिकायत थाने में दर्ज करवाई. न्यू शिमला थाना पुलिस ने शिकायत पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. ठगी के इस मामले की जांच की जा रही है.
क्या कहते हैं एएसपी प्रवीर ठाकुर?
81 वर्षीय बुजुर्ग के साथ हुई ठगी के बारे में शिमला के एएसपी प्रवीर ठाकुर ने बताया कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है. थाना न्यू शिमला में इसे लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. एएसपी प्रवीर ठाकुर ने कहा कि लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. लोगों से बार-बार अपील की जा रही है कि अपनी बैंक संबंधी जानकारी किसी के साथ भी शेयर न करें. जब तक आप अपनी जानकारी शेयर नहीं करेंगे, तब तक आप के साथ इस तरह की कोई ठगी नहीं हो सकती. जब इस तरह अपनी निजी जानकारी ठगों के साथ साझा की जाती है, तो ऐसी स्थिति में ठग आसानी से बैंक अकाउंट में सेंधमारी कर लेते हैं.