रामपुर: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हो रही है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनका संबंध अयोध्या से जुड़ा हुआ है. ऐसा ही एक मंदिर शिमला जिले के रामपुर बुशहर में स्थित है. जिसे अयोध्या नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है. जानकारी के अनुसार इस मंदिर का निर्माण यहां पर साल 1824-1856 के मध्य में हुआ है. बुशहर घाटी के अन्य मंदिरों की भांति अयोध्या नाथ मंदिर को भी नागर शैली से बनाया गया है.
किसने करवाया मंदिर का निर्माण: अयोध्या नाथ मंदिर में श्री राम-सीता, राधा-कृष्ण और शिव-पार्वती, शालिग्राम आदि की 17 पीतल की मूर्तियां पालकियों में विराजमान हैं. ये तीन पालकियां चांदी की बनी हुई हैं. मंदिर की वास्तुकला, शिल्पकला और काष्ठ कला इसकी भव्यता को चार चांद लगाती हैं. मंदिर की स्थापना के स्थापना के संबंध में मंदिर के पुजारी जीवन प्रकाश शर्मा ने बताया कि माना जाता है कि महाराजा रामसिंह (बुशहर रियासत के 117वें राजा) ने इस मंदिर की स्थापना की थी. उन्होंने साल 1824-1856 तक यहां पर शासन किया था और उन्हीं के नाम से बुशहर रियासत का नाम रामपुर बुशहर पड़ा था.
चांदी की पालकी में विराजमान श्री राम-सीता अयोध्या से आई श्री राम की मूर्ति: पुजारी जीवन प्रकाश शर्मा ने बताया कि महाराजा राम सिंह का विवाह अयोध्या में हुआ था. जहां से उनकी रानी श्री राम जी की मूर्ति अपने कुल देवता के रूप में लेकर आई थी. जिसके बाद महाराज राम सिंह ने मंदिर का निर्माण करवाया और मूर्ति की स्थापना की. पुजारी जीवन प्रकाश शर्मा ने बताया कि जिस स्थान पर यह मंदिर है, पहले इस स्थान पर एक महल था, जोकि एक पहाड़ी पर बनाया गया था. रियासत के जमाने में इसका सारा प्रबंध राजा बुशहर द्वारा ही किया जाता था. साल 1952 से इसका प्रबंध एक समिति द्वारा किया जाता है.
रामपुर में अयोध्या नाथ मंदिर स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पूर्वज: बता दें कि अयोध्या नाथ मंदिर का निर्माण करने वाले महाराजा राम सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के पूर्वज थे. पुजारी जीवन प्रकाश शर्मा ने बताया कि अयोध्या नाथ मंदिर में सुबह-शाम नियमित रूप से पूरी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है. इसके लिए एक स्थायी पुजारी की नियुक्ति भी मंदिर में की गई है. वर्तमान समय में यह मंदिर भीमाकाली न्यास द्वारा संचालित किया जा रहा है.
ये भी पढे़ं:अयोध्या राम मंदिर से सामने आई रामलला की मूर्ति की पहली तस्वीर, करिए दर्शन