रोहड़ू/शिमला: ऊपरी शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बेमौसमी बर्फबारी के कारण हेल नेट लगे सेब बगीचों में भारी नुकसान हुआ है. जहां ऊंचाई वाले क्षेत्र फ्लावरिंग का अंतिम दौर चल रहा था. वहीं, 80 प्रतिशत फसल तैयार हो चुकी थी, लेकिन बेमौसमी बर्फबारी के कारण हेल नेट लगे बगीचों में बर्फ गिरने से हेल नेट पर बर्फ इकट्ठा हो गई जिसके बोझ से सेब के पेड़ टूट रहे हैं. वहीं, सेब की फसल को बुरी तरह से नुकसान हुआ जिससे बागवानों की कमर टूट गई है.
बर्फबारी से सेब की फसल खराब
जिन क्षेत्रों में ये नुकसान हुआ है, उन क्षेत्रों में 65 प्रतिशत सेब पैदा होता है. वहीं, बागवानी विभाग का आकंलन आना अभी आना बाकी है. देखा जाए तो ये नुकसान करोड़ों का है. बागवानों ने जहां ओलावृष्टि से बचने के लिए हेल नेट लगा रखी थी वहीं, हेल नेट ही बागवानी में भारी नुकसान का सबब बन गई. ज्यादा नुकसान रोहड़ू के सुंगरी खदराला दिक्कर खड़ापथ्थर जुब्बल क्षेत्र के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुआ है. इसके अलावा टिक्कर क्षेत्र रोहड़ू अढाल बागी, चिड़गाव क्षेत्र के लढ़ोट चिलाला खरशाली भफर समेत तकरीबन सभी ऊंचाई वाले क्षेत्र हैं.
नुकसान के आकंलन में जुटा बागवानी विभाग