किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के हांगरंग घाटी में बीते दिनों हुई बर्फबारी से सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर बिछी है. बर्फबारी से हांगरंग घाटी में वाहनो की आवाजाही ठप्प हो गई है, जिसके चलते हांगरंग घाटी के लोगों ने सेब के अंतिम सीजन में सेब की पेटियों को मुख्यमार्ग तक ले जाने के लिए गधों की सहायता ली.
किन्नौर में बागवानों पर मौसम की मार, गधों ने जगाई 'उम्मीद'
किन्नौर की हांगरंग घाटी में बर्फबारी के बीच सारी सेब की पेटियों को गधों पर ढोने का काम किया जा रहा है. लोग सोशल मीडिया ग्रुप पर गधों की सेब की पेटियों ढोते हुए तस्वीरे शेयर कर रहे है.
बागवानों को आई गधों की याद
बता दें कि जिला किन्नौर की हांगरंग घाटी काफी दुर्गम क्षेत्रो में से एक है, जहां प्रशासन लोगों को सुविधाएं देने में असफल साबित हुआ है और भारी बर्फबारी के दिनों में यहां संपर्क मार्ग के साथ फोन की सुविधा भी लोगों को नहीं मिलती है. ऐसे में लोगों ने बर्फबारी के बीच सारी सेब की पेटियों को गधों पर ढोने का काम किया है.