शिमला: कोरोना संक्रमित युवक की मौत के बाद आईजीएमसी शिमला में अलर्ट जारी है. इलाज कर रहे आईजीएमसी स्टाफ को आइसोलेट कर दिया गया है. इसके अलावा ट्रायर्स रूम में संक्रमित मरीज के साथ रखे गए अन्य मरीज को भी अलग से आइसोलेट कर दिया गया है.
आईजीएमसी में आइसोलेशन वार्ड को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और न किसी को अंदर आने दिया जा रहा है और न ही किसी को बाहर जाने दिया जा रहा है. अस्पताल के वार्डों व परिसर में भी सुरक्षा कर्मी को तैनात किया गया है और परिसर में किसी को बिना काम के अंदर नहीं आने दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि मंगलवार शाम को आइजीएमसी में कोरोना संक्रमण से एक युवक की मौत हो गई थी. युवक की मौत की खबर के बाद अस्पताल में दाखिल अन्य मरीज व तीमारदारों में खौफ का माहौल बन गया था.
इस संबंध में आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि अस्प्ताल में मरीज की मौत के बाद आइसोलेशन वार्ड सील कर दिया है और स्टाफ को भी आइसोलेट किया गया है. सभी की कोरोना जांच के बाद ही घर जाने की परमिशन दी जाएगी.
बता दें कि एक अप्रैल को सरकाघाट का युवक दिल्ली में किडनी का इलाज करवाकर घर लौटा था. होम क्वारंटीन के दौरान इसे बुखार, उल्टियां और सांस लेने में तकलीफ हुई. परिजन उसे सरकाघाट अस्पताल ले आए. जहां से उसके एहतियातन सैंपल लेने के बाद उसे सोमवार को कोविड-19 अस्पताल नेरचौक रेफर किया.
यहां से उसे डायलसिस के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया. युवक को देर रात करीब तीन बजे आईजीएमसी शिमला पहुंचाया गया. यहां मंगलवार शाम उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि युवक करीब तीन सालों से किडनी की बीमारी से जूझ रहा था.