शिमला:केंद्र की मोदी सरकार कर्ज लेकर अपने मित्रों का कर्जा माफ कर रही है. लेकिन किसी किसान, कामकाजी और छोटे उद्यमियों को सहायता नहीं मिल रही, मोदी सरकार द्वारा अपने पूंजीपति मित्रों की सहायता की जा रही है. यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने आज शिमला में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही. उन्होंने कहा कि आज भारत का कुल कर्जा 155 लाख करोड़ रुपए हो गया है.
इसमें से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मात्र 9 साल में 101 लाख करोड़ का कर्ज ले लिया है. यानी जितने प्रधानमंत्री 2014 तक हुए, उन सभी से दोगुना कर्जा अकेले पीएम नरेंद्र मोदी ने 9 साल में ले लिया. उन्होंने कहा कि कर्जा लेने के बाद प्रधानमंत्री अपने पूंजीपति मित्रों का कर्जा माफ कर रहे हैं. पीएम मोदी ने 14 लाख करोड़ का अपने मित्रों के कर्जा राइट ऑफ कर दिया. आज देश के सरकारी बैंकों का एनपीए 12-13 लाख करोड़ पहुंच गया है.
अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि देश की 60 फीसदी संपत्ति कुछ लोगों के हाथ में है. केंद्र की मोदी सरकार के समय में महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी चरम पर है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने गैस, डीजल, पेट्रोल के दाम बढ़ाकर आम लोगों पर मंहगाई का बोझ लाद दिया है. उन्होंने कि पीएम मनमोहन सिंह के समय में एक गैस का सिलेंडर जो 430 रुपए में हुआ करता था.
अगर इसमें 10 रुपए से 15 रुपए तक की बढ़ोतरी होती थी तो यही बीजेपी शोर मचाती थी, लेकिन आज सिलेंडर 1100 रुपए से पार चला गया है. इसी तरह पेट्रोल और डीजल के दाम हैं. मनमोहन सिंह के समय में कच्चा तेल के दाम 100 डॉलर से नीचे नहीं आए. ये 120 डॉलर के आसपास रहते थे, लेकिन तब तेल इतना मंहगा नहीं था, लेकिन आज जब कच्चा तेल 70 डॉलर प्रति बैरल तक है तो गैस मंहगी है. पेट्रोल भी 100 रुपए, डीजल 90 रुपए से अधिक मिल रहा है.