शिमला: हैरिटेज इंस्टिट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म की ओर से छात्रों को डिग्रियां न देने के मामले पर निजी शिक्षण संस्थान विनियामक आयोग की ओर से कार्रवाई की गई हैं. आयोग में संस्थान के खिलाफ शिकायत छात्रों ने लंबे समय से दी थी, लेकिन आयोग में चेयरमैन की नियुक्ति के बाद इन शिकायतों पर संज्ञान लिया गया है.
आयोग ने छात्रों की शिकायतों पर अपना पक्ष रखने के लिए मंगलावर को संस्थान के प्रबंधकों को बुलाया था. संस्थान प्रबंधन की ओर से 30 सिंतबर तक सभी छात्रों को उनकी डिग्रियां जारी करने का समय आयोग से मांगा गया.
आयोग की ओर से संस्थान से उन सभी छात्रों का रिकॉर्ड बुधवार को आयोग के सामने पेश करने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिन्हें अभी तक डिग्रियां नहीं मिल पाई है. अब संस्थान कल एक बार फिर से आयोग के समक्ष छात्रों का रिकॉर्ड लेकर उपस्थित होंगे.
आयोग में आज जहां संस्थान प्रबंधक आयोग में दी गई छात्रों की शिकायत पर अपना पक्ष रखने पहुंचे थे, तो वहीं शिकायतकर्ता छात्र भी आयोग के चेयरमैन मेजर जनरल अतुल कौशिक से मिलने और उनके समक्ष अपनी समस्या रखने के लिए पहुंचे. छात्रों ने उनके समक्ष अपनी पूरी समस्या रखी और बताया कि वह संस्थान से 2017 के पास आउट हो गए थे, लेकिन संस्थान की ओर से अभी तक उन्हें उनका रिजल्ट और डिग्री नहीं दी गई हैं.
डिग्रियां देने के नाम पर संस्थान आना-कानी कर रहा है और डिग्रियां न होने के चलते छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है. छात्रों ने आयोग के चेयरमैन के समक्ष यह मांग रखी की वह संस्थान के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाए, जिससे कि छात्रों को उनकी डिग्रियां समय पर मिल सके और छात्र अपनी नौकरियों को जारी रख सकें.
वहीं, आयोग के चेयरमैन ने छात्रों को आश्वासत किया है कि संस्थान की ओर से 30 सितंबर तक उन्हें उनकी डिग्रियां जारी कर दी जाएंगी और अगर ऐसा नहीं होता है तो संबंधित संस्थान की मान्यता रद्द कर दी जाएगी.