शिमला: गलवान घाटी में चीन की सेना की ओर से भारतीय सैनिकों पर किए गए हमले व सीमा पर चल रहे हिंसक माहौल को लेकर चीन के खिलाफ लोगों में रोष है. यही वजह है कि प्रदेश में भी चीन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और चाइनीज सामान का बहिष्कार किया जा रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से चीन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर अपना रोष जताया.
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन चीन के समान ओर ऐप्स को दर्शाता हुआ पुतला भी जलाया. जमकर नारेबाजी भी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने चीन के खिलाफ की. इस प्रदर्शन के माध्यम से एबीवीपी ने आम लोगों से यह अपील की है कि वह चीन में बने सामान का बहिष्कार करें ओर स्वदेशी को अपनाएं. भारत के बनी वस्तुओं का प्रयोग कर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के सहयोग देने के साथ ही भारतीयों को भारतीय सेना का मनोबल ओर सम्मान बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए.
एबीवीपी प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने की ये अपील
एबीवीपी प्रदेश मंत्री राहुल राणा ने कहा कि आज का यह धरना प्रदर्शन चीन के खिलाफ किया गया है. चीन के सैनिकों ने गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर कायरतापूर्ण हमला किया जिसमें हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं. इन सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी अगर हम सब भारतीय चाइनीज प्रोडक्टस का बहिष्कार करते हैं और भरतीय प्रोडक्टस का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.
राहुल राणा ने कहा कि इस समय सेना तो सीमा पर डटकर चीनी सैनिकों का सामना कर रही है. ऐसे के हम सबका भी यह फर्ज बनता है कि हम भी उनका सहयोग करें. चीन के सामान और उनकी बनाई गई ऐप्स का बहिष्कार कर चीन को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए योगदान दें.
सरकार को भी कुछ इस तरह का विकल्प तलाशना चाहिए कि जिससे चीन का सामान भारतीय बाजारों में ना आए और उसका कोई दूसरा समाधान निकाला जाए जिससे कि चीन की इकोनॉमी को हम नीचे गिरा सकें. साथ ही भारतीय सैनिकों के मनोबल को ऊपर उठाया जा सके. यही एक तरीका है जिससे कि चीन को पछाड़ सकते हैं और उसे कमजोर कर सकते हैं.
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