शिमला: शनिवार को विश्वविद्यालय के छात्रों को कंडक्ट प्रोबेशन पर रखने के आदेश के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपना आक्रोश जताया और परिसर में उग्र प्रदर्शन किया. कुलपति कार्यालय के बाहर ही छात्र प्रदर्शन पर बैठ गए और एचपीयू कुलपति की गाड़ी रोक दी. छात्रों ने कुलपति की गाड़ी के आगे बैठकर विश्वविद्यालय कुलपति और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
इस दौरान पुलिस ने छात्रों को उठाने के लिए बल का प्रयोग किया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसमें छात्रों को चोटें आई हैं. वहीं उनके कपड़े तक भी फट गए. इस दौरान एचपीयू कैंपस में क्यूआरटी टीम के साथ ही पुलिस बल तैनात रहा. छात्रों को पुलिस ने जबरन गाड़ी के आगे से उठाया.
छात्रों को धरने से उठाते हुए बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीते कुछ दिनों से एचपीयू प्रशासन के खिलाफ आंदोलन कर रही है. पीजी में प्रवेश परीक्षाएं करवाने के साथ ही मूल्यांकन प्रक्रिया को सुदृढ करने और छात्र हित से जुड़ी अन्य मांगों को लेकर एबीवीपी ने एचपीयू कैंपस में धरना प्रदर्शन किया था.
कुलपति की गाड़ी को रोकते एबीवीपी के कार्यकर्ता कैंपस में लगातार हो रहे हैं. प्रदर्शन को रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रदर्शनकारी छात्रों पर सख्त कार्रवाई करते हुए 24 छात्रों को कंडक्ट प्रोबेशन पर रखा है. एचपीयू ने यह कार्रवाई न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करने के विरोध में छात्रों के खिलाफ की है. कंडक्ट प्रोबेशन पर रखे गए छात्रों को 1 साल तक का समय दिया गया है. इस दौरान उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. इस बीच छात्रों के फिर से आदेशों का उल्लंघन करने पर उन्हें निष्कासित कर दिया जाएगा. विश्वविद्यालय के इसी आदेश के खिलाफ शनिवार को एबीवीपी ने एचपीयू में कुलपति के खिलाफ प्रदर्शन किया.