शिमला: मिसाइल मैन बेहद दूरदर्शी भी थे. भारत को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए उनके पास कई सूत्र थे. ऐसे ही कुछ सूत्र वे हिमाचल आकर देवभूमि को भी प्रदान कर गए थे. आज से 15 साल पहले हिमाचल आए एपीजे अब्दुल कलाम ने यहां विधानसभा को संबोधित किया था. तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और गंगूराम मुसाफिर विधानसभा अध्यक्ष.
विधानसभा में अपने यादगार भाषण में कलाम ने हिमाचल को तरक्की और समृद्धि के रास्ते पर तीव्र गति से चलने के लिए नौ सूत्र बताए थे. 23 दिसंबर 2004 को गुरुवार के दिन कलाम ने हिमाचल विधानसभा को संबोधित किया था.
पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह से हाथ मिलाते हुए मिसाइल मैन अब्दुल कलाम (फाइल इमेज) कलाम ने तब नौ सूत्र देते हुए कहा था कि हिमाचल को तेजी से तरक्की पाने के लिए साक्षरता, कौशल विकास, शिक्षा व स्वास्थ्य सुरक्षा, ग्रामीणों को शहरी इलाकों जैसी सुविधाएं प्रदान करना, मेडिसिनल-हार्टीकल्चर, एरोमैटिक प्लांट्स सहित सघन बागवानी, जलस्रोतों का प्रबंधन, जलविद्युत क्षमता का वैज्ञानिक दोहन, इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन तकनीक (आईसीटी), पर्यटन व मूल्य वर्धित वस्त्र उद्योग पर ध्यान देना होगा.
पौधे में पानी देते हुए एपीजे अब्दुल कलाम (फाइल इमेज) उन्होंने इन सूत्रों पर विस्तार के साथ अपना मत व्यक्त किया था. विधानसभा सदस्यों को संबोधित करते हुए कलाम ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व होना चाहिए कि जनता की सेवा का उन्हें मौका मिला है.
पीटरहॉफ शिमला में एक आयोजन को संबोधित करते अब्दुल कलाम. कलाम ने शिमला में एक पौधा भी रोपा था. इसके अलावा उन्होंने राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में एनसीसी कैडेट्स व एनएसएस के स्वयंसेवियों सहित बच्चों को भी मूल्यवान बातें बताई थीं.
इन सभी अवसरों पर उन्होंने हिमाचल की खूबसूरती के यहां के शांत वातावरण का जिक्र करते हुए राज्य के लोगों के मेहनतकश स्वभाव को खूब सराहा था. हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के अनुसार एपीजे अब्दुल कलाम भारत मां के सच्चे सपूत थे. वीरभद्र सिंह ने अपनी फेसबुक वॉल पर कलाम के चित्र भी पोस्ट किए थे. तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर के मुताबिक कलाम के व्यक्तित्व में गजब का आकर्षण था.