शिमला: किसानों से जुड़े कृषि बिल को लेकर शिमला में आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने संयोजक एसएस जोगटा के नेतृत्व में डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा.
इस दौरान एसएस जोगटा ने राष्ट्रपति से कृषि बिल को वापिस करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बहुमत न होने पर भी कृषि बिल को ध्वनि मत से पास कराया है. इसलिए इस बिल को वापिस लिया जाए और इसके बदले नया बिल लाया जाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का बस चलें तो वह आम लोगों के खाना खाने पर भी टैक्स लगा दे. केंद्र सरकार आम जनता के खिलाफ बिलों को पास कर रहा है, जिससे आने वाले दिनों में जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
एसएस जोगटा ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने असंवैधानिक तरीके से कृषि बिल को पास कराया है, जो कि नियमों के खिलाफ है. इस अंसवैधानिक प्रक्रिया से देश में प्रजातान्त्रिक परंपराओ की विश्वसनियता को जबरदस्त धक्का लगा है. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आम आदमी पार्टी के 8 सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया है, उन्हें वापिस लिया जाए.
एसएस जोगटा ने कहा कि मोदी सरकार उच्च सदन में बिना बहुमत के ही जबरन बिलों को पास करवा रही है. किसानों के विरोधी बिल पास किए जा रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति से मांग की है कि किसान विरोधी बिलों को मंजूरी न दें और नया बिल किसानों के हित में लाया जाए.
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