हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

नहीं थम रहा स्क्रब टाइफस का कहर, एक साथ 9 मरीज पहुंचे IGMC - आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस

आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के 9 नए मामले सामने आए हैं. स्क्रब टाइफस के लगातार आ रहे मामलों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

स्क्रब टायफस के एक साथ नौ मरीज पहुंचे IGMC

By

Published : Sep 17, 2019, 7:37 AM IST

शिमला: आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के एक साथ 9 मामले आने से हड़कंप मचा हुआ है. सबसे अधिक मामले राजधानी शिमला से ही है. शहर से दो महिलाओं समेत एक 17 साल के लड़के की स्क्रब टाइफस की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है. शिमला के चौपाल का एक व्यक्ति भी इस बीमारी से ग्रसित पाया गया है. अस्पताल में कई दिनों बाद एक साथ 9 नए मामलों के आने से स्वास्थ्य महकमा भी सतर्क हो गया है.

डॉक्टरों के मुताबिक एक व्यक्ति को गंभीर अवस्था में आईसीयू में दाखिल किया गया है. स्क्रब टाइफस के लगातार आ रहे मामलों के बाद स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है. लोगों से आग्रह किया है कि बुखार आने पर तुरंत अस्पताल में आकर अपना उपचार करवाएं.

बता दें कि सोमवार को अस्पताल में आए नए मामलों में चार महिलाएं और दो लड़कियां भी शामिल हैं. अस्पताल में नौ नए मामलों के आने की पुष्टि अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनकराज ने की है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 49 सैंपल को जांच के लिए अस्पताल भेजा था. इनमें खलीनी के रितेश (17), संजौली की रीता (46), शोघी की अनुराधा (36), चौपाल के सोहन सिंह (35), अर्की की चेतना (19), बिलासपुर की पूजा (20), करसोग के पारस राम (90), मंडी की कांता (34) और कुल्लू की सुमन लत्ता (41) की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

110 मरीजों की रिपोर्ट आ चुकी है पॉजिटिव
आईजीएमसी में अब तक 1400 सैंपल को जांच के लिए लैब में भेजा जा चुका है. इनमें से 110 से अधिक मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. इसके अलावा अब तक 6 मरीजों की स्क्रब टाइफस से मौत भी हो चुकी है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में 171.77 करोड़ के 16 नए उद्योगों को मंजूरी, 599 युवाओं को मिलेगा रोजगार

स्क्रब टाइफस के लक्षण
बरसात के मौसम में घास में पनपने वाले पिस्सू के काटने से स्क्रब टाइफस होता है. इस कारण मरीज को सिरदर्द, बुखार के साथ जोड़ों में दर्द, शरीर में दर्द, कंपकंपी और शरीर पर लाल दाने और थकावट महसूस होती है. ऐसे लक्षण होने पर मरीज को तुरंत चिकित्सकों के पास उपचार करवाने आना चाहिए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details