शिमला:विधानसभा चुनाव लड़ने वाले 412 प्रत्याशियों पर जनता का फैसला आज आएगा. हिमाचल में रिवाज बदलेगा या सत्ता बदलेगी, यह कल ईवीएम और पोस्टल बैलेट की गणना से पता चल पाएगा. बहरहाल कल आठ बजे से हिमाचल में एक साथ 68 केंद्रों पर मतगणना शुरू होगी. दो से तीन घंटे में हिमाचल में बनने वाली सरकार की तस्वीर सामने आने लगेगी. कल होने वाली मतगणना के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेता और प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में होंगे. हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कल शिमला में ही मौजूद रहेंगे. वह हिमाचल में हो रही मतगणना और इससे उत्पन्न स्थिति पर लगातार नजर रखेंगे और इसको लेकर पार्टी नेताओं के साथ भी रणनीति भी तय करेंगे.
हिमाचल में सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी. आरंभ में पोस्टल बैलेट की गणना होगी, इसके आधे घंटे बाद ईवीएम के मतों की गणना होगी. हर राउंड के बाद प्रत्याशियों को मिले मतों की घोषणा संबंधित मतगणना केंद्रों के बाहर की जाएगी. इसके लिए मीडिया सेंटर भी सभी मतगणना केंद्रों के साथ बनाए गए हैं. इस तरह काउंटिंग शुरू होने से 2 से 3 तीन घंटे में चुनावी रुझान आने लगेंगे. दोपहर बाद राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाली सीटों पर स्थिति साफ हो जाएगी.
किस पार्टी के कितने उम्मीदवार:कांग्रेस व भाजपा ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इसी तरह आम आदमी पार्टी के 67, बहुजन समाज पार्टी के 53 और माकपा के 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस बार प्रदेशभर में 99 निर्दलीय उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का भी फैसला होना है. इनमें से पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 388 है, लेकिन महिला प्रत्याशियों की संख्या मात्र 24 है. (Himachal Election Result)
2017 के नतीजे: 2017 में हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 21 सीटें गईं थीं. तीन सीट अन्य के खाते में गई थी. 2012 के मुकाबले भाजपा को 18 सीटों का फायदा हुआ था, जबकि कांग्रेस को 15 सीटों का नुकसान. मतलब एग्जिट पोल का ओवरऑल परिणाम तो सही निकला, लेकिन सीटों के गणित में काफी अंतर दिखा.
काउंटिंग शुरू होने से पहले फिर होगी कर्मियों की रेंडमाइजेशन: हिमाचल में मतगणना करने वाले कर्मचारियों की रेंडमाइजेशन कर कंप्यूटरीकृत प्रक्रिया से इनकी तैनाती की गई है. इस पूरी प्रक्रिया के लिए पहली रेंडमाइजेशन एक दिसंबर को पूरी की गई. मतगणना कर्मियों के लिए प्रशिक्षण 2 और 3 दिसंबर को किया गया. इसके अतिरिक्त दूसरी रेंडमाइजेशन 6 दिसंबर को पूरी की गई और आज बुधवार को यानी 7 दिसंबर को तीसरा प्रशिक्षण दिया गया. तीसरी रेंडमाइजेशन 8 दिसंबर को मतगणना आरंभ होने से पहले की जाएगी.
मतगणना केंद्रों में 8 से 14 टेबल लगेंगे: हिमाचल में बनाए गए मतगणना केंद्रों में से प्रत्येक में 8 से 14 टेबल ईवीएम के लिए लगाए जाएंगे. पोस्टल बैलेट के लिए अलग से टेबल लगेंगे. प्रत्येक 500 पोस्टल बैलेट के लिए एक टेबल होगा और इसी अनुपात में पोस्टल बैलेट के लिए अतिरिक्त टेबल लगाए जाएंगे. इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट की स्कैनिंग के लिए अलग से टेबल लगाए जाएंगे. हर टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, एक सहायक और एक सुपरवाईजर होगा. हर केंद्र पर 50 से 60 कर्मचारी तैनात रहेंगे जिसमें मतगणना और इससे संबधित अन्य कार्य का स्टाफ भी होगा.
प्रत्येक विधानसभा की पांच-पांच वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से मिलाना होगा: सभी राउंड की मतगणना समाप्त होने के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 5-5 वीवी पैट मशीनों की पर्चियों का मिलान ईवीएम से किया जाएगा. इन 5 मतदान केंद्रों का चयन रैंडम आधार पर किया जाएगा। ड्रॉ से निकलने वाले मतदान केंद्रों में इस्तेमाल की गई वीवी पैट मशीन की पर्चियों का मिलान ईवीएम के कंट्रोल यूनिट में प्रदर्शित संख्या के साथ किया जाएगा. यह कार्य उम्मीदवार, रिटर्निंग अधिकारी और केंद्रीय पर्यवेक्षक की मौजूदगी में होगा और इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी.
केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू, 100 मीटर दायरे में नहीं जा सकेगा कोई: मतगणना केंद्रों के 100 मीटर की परिधि के भीतर किसी भी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं होगी. इस परिधि में केवल वे ही लोग जाने के लिए अधिकृत होंगे, जिनके पास निर्वाचन आयोग द्वारा जारी वैध पहचान पत्र/पास होगा. यही नहीं मतगणना केंद्रों के क्षेत्र में धारा-144 लागू रहेगी.
मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मतगणना वाले दिन मतगना केंद्रों के बाहर पुलिस के अतिरिक्त जवान तैनात रहेंगे. कुल मिलाकर करीब 10 हजार कर्मचारी मतगणना वाले डयूटी पर रहेंगे. मतगणना प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को भी तैनात किया गया है.
शिमला के रिज पर स्टेट कंट्रोल रूम स्थापित:प्रदेश में होने वाली मतगणना के लिए एक स्टेट कंट्रोल रूम शिमला के एतिहासिक रिज मैदान स्थित स्टेट लाइब्रेरी में स्थापित किया गया है. इसके बाहर बड़ी स्क्रीन लगाई गई है. हिमाचल के सभी विधानसभा क्षेत्रों के रिजल्ट यहां पर दिखाई देंगे. इसके अलावा यहां से लाउड स्पीकर के माध्यम से भी रिजल्ट के बारे में समय-समय पर जानकारी दी जाएगी. मतगणना के रुझानों की जानकारी वेब-पोर्टल, एप्लिकेशन 'वोटर हेल्पलाइन ऐप' पर भी उपलब्ध है. हिमाचल के चुनावी रूझान व परिणाम का www.results.eci.gov.in लिंक मतगणना के दिन, यानी 8 दिसंबर को ही क्रियाशील होगा.
मतगणना के लिए प्रदेश में किए गए पूरे इंतजाम: मुख्य निवार्चन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा है कि हिमाचल में मतगणना के लिए पूरी तैयारियां की गई हैं. प्रदेश भर में मतगणना के लिए करीब 10 हजार कर्मी लगाए गए हैं जिनमें सुरक्षा के लिए तैनात जवान भी हैं. उन्होंने कहा कि मतगणना के सुचारू कार्य के लिए रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की टीम लगाई गई हैं. हर मतगणना केंद्रों पर चुनाव आयोग की ओर से एक-एक काउंटिंग आब्जर्वर लगाया गया है. इसके अलावा प्रदेश में दो स्पेशल आब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं. मनीष गर्ग ने कहा कि लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र की मतगणना भुंतर में, भरमौर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना चंबा में जबकि किन्नौर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना रिकांगपिओ में होगी. उन्होंने कहा कि राज्य, जिला और मंडल स्तर पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ पहले ही बैठकें कर ली गई हैं.