शिमला: देश के साथ-साथ प्रदेश में भी कोरोना वैक्सनी अभियान 16 जनवरी से जारी है. इसी कड़ी में तीसरे दिन यानी सोमवार को शिमला जिले में 687 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जानी थी, जिसमें से 369 लोगों की ही वैक्सीन लग पाई. इस तरह से जिला में कुल 53.71 प्रतिशत टिकाकरण हुआ.
कहां कितने कर्मचारियों लगाई गई वैक्सीन?
इसमें आईजीएमसी के मेकशिफ्ट अस्पताल में 120 में से 55 कर्मियों को वैक्सीन लगी तो वहीं न्यू ओपीडी ब्लॉक मेंं 89 में से 38 कर्मियों को वैक्सीन लगाई गई. इसी प्रकार शिमला के डीडीयू जोनल अस्पताल की ओल्ड बिल्डिंग में 104 में से 43 लोगों को वैक्सीन लगाई गई, जिसमें अस्पताल का टारगेट 41.35 प्रतिशत रहा. इसी प्रकार एमजीएमएससी खनेरी में 73 में से 42 लोगों को वैक्सीन लगी, यहां टारगेट 57.53 प्रतिशत रहा.
शिमला में कोरोना वैकेसीनेशन. सीएच रोहड़ू में 100 में से 90 लोगों को वैक्सीन लगाई गई, यहां 90 प्रतिशत का टारगेट पूरा किया गया. वहीं, एचपीपीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस कोटखाई में 100 लोगों में से 50 लोगों को टीकाकरण हुआ. यहां 50 प्रतिशत टारगेट पूरा हुआ.
इसी प्रकार सीएच ठियोग में 101 कर्मियों पर टीकाकरण किया जाना था, यहां 51 कर्मियों पर टीकाकरण हुआ, जिसमें 50.50 प्रतिशत कवर हुआ. इस प्रकार जिला शिमला में कुल 687 लोगों में से 369 कर्मियों को दूसरे चरण में वैक्सीन लगाई गई.
सिविल अस्पताल रोहडू में सोमवार से पहले चरण में वैक्सीनेशन का काम शुरू हो गया है. कोविड केयर हेल्थ सेंटर रोहडू के नोडल अधिकारी डॉ. दलीप शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि पहले चरण में 100 स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन का डोज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वैक्सीन का दूसरा डोज 28 दिन के बाद दिया जाएगा. वैक्सीनेशन के 42 दिन बाद एंडी बॉडी पनप जाएगा. सोमवार को सिविल अस्पताल रोहड़ू में आनलाइन रजिस्टर हुए सभी 100 स्वास्थय कर्मचारी समय पर पंहुच गए थे. दलीप शर्मा, डीडीडीएचसी नोडल अधिकारी ने कहा फ्रंट वॉरिसर्स को वैक्सीनेशन दी जा रही है. पहले दौर मे करीब 100 वैक्सीनेशन किया गया है.
वहीं, आईजीएमसी एमएस डॉक्टर जनकराज का कहना है कि मैसेज न पहुंचने की वजह से व अन्य ड्यूटी होने की वजह से कुछ एक कर्मी टीकाकरण के लिए नहीं पहुंच पाए. इसके साथ ही रिपन अस्पताल के एमएस डॉक्टर रमेश चौहान ने बताया कि दूसरे चरण में साइट में कोई दिक्कत पेश नहीं आई, लेकिन कर्मियों को मैसेज समय पर नहीं पहुंच पाए, जिस कारण कर्मी नहीं आ पाए.
पहले दिन सात स्वास्थ्यकर्मियों में बगड़ी थी तबीयत
गौर रहे कि पहली वैक्सीनेशन के बाद लगभग सात कर्मियों को बुखार और शरीर में दर्द के लक्षण सामने आए थे, जिसमें आईजीएमसी के रेजिडेंट डॉक्टर व अन्य शामिल हैं.जिन्होंने प्रारंभिक लक्षण दिखने के बाद उन्हें दवाई दे दी गई थी. वहीं, उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है.
शिमला में कोरोना संक्रमित मामलों में आई कमी
बता दें किप्रदेश सहित जिला शिमला में कोरोना पॉजिटिव मामलों में कमी आई है. सोमवार को जिला शिमला में कुल 5 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं. इनमें 1 लक्कड़बाजार, 1 मैहली, 1 मल्याणा, 1 आईजीएमसी और 1 मशोबरा में आया है. मामलों की पुष्टी सीएमओ शिमला सुरेखा चोपड़ा ने की है.