शिमला: लंबे समय से खाली चल रहे जयराम सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार गुरुवार को हुआ. कैबिनेट में तीन नए चेहरे शामिल हुए, जिसमें नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया, घुमारवीं से विधायक राजेंद्र गर्ग और पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी ने राजभवन में मंत्री पदों की गोपनीयता की शपथ ली.
पीटरहॉफ में गुरुवार सुबह राज्यपाल ने तीनों मंत्रियों को शपथ दिलाई. प्रदेश मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 12 सदस्य हो सकते हैं. मगर मंत्रिमंडल में लंबे समय से तीन पद खाली चल रहे थे. हालांकि सरकार के गठन के वक्त मंत्रिमंडल में सभी 11 सदस्यों को शपथ दिलाई गई थी, लेकिन इसके बाद लोकसभा चुनाव में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर चुनाव जीतने के बाद संसद पहुंचे. वहीं, ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा से पार्टी ने पुत्र मोह के चलते मंत्री पद छीन लिया. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद ये मंत्रालय भी खाली हो गया. नतीजतन मंत्रिमंडल में तीन पद खाली हो गए थे, जिन्हें लंबे समय से भरने की कवायद जारी थी. फिलहाल नए मंत्रियों को अभी मंत्रालय नहीं सौंपे गए हैं. मंत्रालयों की घोषणा आज शाम तक हो सकती है.
राकेश पठानिया थे मंत्री पद की रेस में सबसे आगे
नुरपूर से विधायक राकेश पठानिया मंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे. विधानसभा क्षेत्र नूरपुर से तीन बार विधायक रहे राकेश पठानिया ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है. 15 नवंबर 1964 को नूरपुर के लदौड़ी गांव में जन्मे राकेश पठानिया ने 1991 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की. इस दौरान वह जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष, प्रदेश सचिव किसान मोर्चा व प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य रहे. कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में राकेश पठानिया ने 1996 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में उपचुनाव लड़ा. इस चुनाव में राकेश पठानिया एक हजार मतों से हार गए. उस समय नरेंद्र मोदी प्रदेश भाजपा के प्रभारी थे और उन्होंने राकेश पठानिया को चुनावी मैदान में उतारा था.