शिमला: हिमाचल में इस बार मानसून आफत बनकर आई है. लगातार हो रही बारिश और प्रलयकारी बाढ़ ने देवभूमि को गहरे जख्म दिए हैं. इस आपदा में कई लोगों की जान चल गई. वहीं, इस प्राकृतिक आपदा से प्रदेश को करीब 4691 करोड़ का नुकसान हुआ है. आपदा के बाद हर ओर तबाही का मंजर है. वहीं, हिमाचल आपदा पर पीएम मोदी भी नजर बनाए हुए हैं. आज केंद्र से टीम हिमाचल पहुंचेगी, जो राज्य में अलग-अलग बाढ़ प्रभावितों का दौरा करेगी. साथ ही इस डिजास्टर से हिमाचल को हुए नुकसान का आकलन करेगी.
आज केंद्रीय टीम पहुंचेगी हिमाचल: आपदा के बाद हालातों का जायजा लेने के लिए आज केंद्रीय टीम हिमाचल पहुंचेगी. ये सभी टीमें 3 दिनों तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा करेगी. इस आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू, मंडी, सोलन, चंबा और किन्नौर जिले में हुई है. एक टीम बिलासपुर से कुल्लू के बीच हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद उसका आकलन करेगी. वहीं, दूसरी टीम सोलन से किन्नौर तक हुए नुकसान का आकलन करेगी.
केंद्रीय टीम करेगी सरकार के साथ बैठक: हिमाचल सरकार ने केंद्रीय टीम के साथ नोडल ऑफिसर के तौर पर राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव की ड्यूटी लगाई है. आज बुधवार से लेकर शुक्रवार तक केंद्रीय टीम राज्य में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद नुकसान का आकलन करेगी. जिसके बाद 21 जुलाई को केंद्रीय टीम हिमाचल सरकार के साथ एक बैठक में इन विषयों पर चर्चा करेगी. इसके बाद ये टीम देर शाम शिमला में राज्य अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. जिसके बाद केंद्रीय टीम केंद्र सरकार को अपना रिपोर्ट सौंपेगी. जिससे हिमाचल को आर्थिक सहायता मिलने की प्रक्रिया में तेजी आएगी.
केंद्रीय टीम का तीन दिवसयी दौरा:राजस्व विभाग के अनुसार केंद्रीय टीम 19 और 20 जुलाई को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी. केंद्रीय टीम पहले चंडीगढ़ से बिलासपुर पहुंचेगी, फिस यहां से मंडी और कुल्लू से होकर लाहौल-स्पीति जाएगी. एक अन्य टीम चंडीगढ़ से सोलन आएगी और फिर शिमला होकर जिला किन्नौर में नुकसान का आकलन करेगी. 21 जुलाई को टीम शिमला में हिमाचल सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. मीटिंग में राज्य सरकार के मुख्य सचिव भी शामिल होंगे. आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसर एक प्रेजेंटेशन भी केंद्रीय टीम के समक्ष प्रस्तुत करेंगे. हिमाचल सरकार ने अब तक मानसून सीजन में भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन ₹4635 करोड़ रुपए बताया है.