शिमला: राजधानी शिमला में जल्द ही जरूरतमंदों को पक्के मकान मिलेंगे. जवारलाल नेहरू शहरी नवीकरण मिशन के तहत शहरी गरीबों के लिए शिमला के कृष्णा नगर में 224 मकान बनाए जाएंगे. इस कार्य में तेजी लाने के लिए अब इस प्रोजेक्ट को नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत लाया है.
हालांकि, अभी तक 88 घर तैयार भी किए जा चुके हैं, लेकिन ठेकेदार द्वारा की जा रही देरी को देखते हुए अब निगम की ओर से अन्य ठेकेदारों को भी कार्य दिया जा रहा है, ताकि समय पर काम पूरा हो सके. कार्य पूरा होने पर वार्ड स्तर पर पार्षदों की सूचना के आधार पर निगम पात्र लोगों की सूची तैयार करेगा.
बता दें कि कृष्णा नगर में 33 करोड़ की लागत से ये मकान बनने है. शहर में मकान बनने से स्लम एरिया से छुटकारा भी मिलेगा. शहर के कृष्णा नगर में अधिकतर लोग ढारों में रहते हैं.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि कृष्णा नगर में मकान बनाए जा रहे हैं, लेकिन जिस ठेकेदार को ये कार्य दिया गया है वो समय से काम पूरा नहीं कर पा रहा हैं. अब तक 88 मकान ही बन पाए है, जबकि 224 मकान बनने है. इसको देखते हुए अन्य कंपनी को निर्माण कार्य का काम दिया जा रहा है, ताकि समय रहते काम पूरा हो सके. उन्होंने कहा कि ये मकान पात्र लोगों को दिए जाएंगे. इसके लिए कमेटी का गठन भी किया गया है.
बता दें कि कृष्णा नगर में सबसे ज्यादा स्लम एरिया है. यहां पर लोग झुग्गी बस्तियों और ढारों में रहते हैं. इन लोगों के पास अपने पक्के मकान नहीं है. नगर निगम प्रोजेक्ट के तहत शहर में जरूरतमंदों के लिए मकान बना रहा है. ढली के बाद कृष्णा नगर में भी ये मकान बनाये जा रहे हैं. इसके चलते जिन लोगों के पास शहर में पक्के मकान नहीं है उन्हें ये मकान दिए जाएंगे.
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