शिमला: कोरोना की दूसरी लहर के बीच हिमाचलियों को शादियां खूब भा रही है. ऐसा हम नहीं आंकड़े खुद बयां कर रहे हैं.कोरोना कर्फ्यू के बीच एक हफ्ते की बात की जाए तो प्रदेश भर के उपायुक्त और उपमंडल अधिकारियों के पास 1 हजार 158 शादियों के अनुमति पत्र प्राप्त हुए.कोरोना कर्फ्यू के बीच प्रदेश सरकार ने शादी समारोह में 20 लोगों को एकत्रित होने की छूट दी हुई है. वहीं, शादी में होने वाली धाम पर पूरी तरह रोक लगाई गई है.
कांगड़ा में सबसे ज्यादा शादियां
8 से 14 मई के बीच की बात की जाए तो बीबीएन में 2, बिलासपुर में 55, चंबा में 14, हमीरपुर में 120, कांगड़ा में सबसे ज्यादा 591, किन्नौर में 6, कुल्लू में 53, लाहौल-स्पीति में एक, मंडी में 57, शिमला में 134, सिरमौर में 120, सोलन में 1 और ऊना में एक शादी समारोह के लिए जिला उपायुक्त और एसडीएम को पत्र प्राप्त हुए. प्रदेशभर में 1 हजार 158 शादियों के अनुमति पत्र मिलने के बाद प्रशासन ने शादियों की अनुमति कोरोना गाइडलाइन का पालन के साथ दी.
नियमों के उल्लंघन पर एफआईआर दर्ज
जानकारी के मुताबिक 1 हजार 158 शादी समारोह में से पुलिस ने 885 स्थानों पर चेकिंग की. इस दौरान 24 जगह नियमों के उल्लंघन पर चालान काटे गए. इनमें सबसे अधिक सिरमौर में 12 चालान काटे गए. इसके अलावा बिलासपुर में 5, चंबा में 2, बीबीएन, कांगड़ा और शिमला में 1-1 चालान काटे गए. 92 हजार की राशि चालान के तौर पर वसूली गई. वहीं, कांगड़ा में 1 शादी समारोह में नियमों के उल्लंघन पर एफआईआर भी दर्ज की गई.
सीएम जयराम ने भी जताई थी चिंता
कोरोना की दूसरी लहर में कईं लोगों की मौत हो रही है. जानकारों के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर मार्ग है. बढ़ते कोरोना के बीच शादी समारोह में नियमों का ध्यान रखा जाना चाहिए, लेकिन कई जगह नियमों का पालन होता नजर नहीं आया. कोरोना की बिगड़ती स्थिती के बीच संक्रमण से बचाव के लिए सरकार-प्रशासन को जनता को आगे आकर सहयोग करना चाहिए. वहीं, इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर भी चिंता जाहिर कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: कोरोना संकट: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हिमाचल में 245 कैदियों को मिली कारागार से आजादी