मंडी: बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा को कोरोना महामारी में सकारात्मकता और आशा की भावना का प्रचार करने और पर्दे के पीछे रहकर मूक योद्धा (साइलेंट वॉरियर) के रूप में काम करने के लिए वैश्विक पहचान मिली है. इस कार्य के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स-लंदन (यूके) ने मंडी से दूसरी बार सांसद बने रामस्वरूप शर्मा के काम को मान्यता दी है और प्रमाण पत्र भेजकर इसकी सराहना भी की है.
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स-लंदन (यूके) के प्रेजिडेंट संतोष शुक्ला ने इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक पत्र में करते हुए कहा है कि कोविड -19 के दौर में देशभर के सांसदों के कामकाज पर एक ऑनलाइन सर्वे किया और उस आधार पर सांसदों के अपने फेसबुक पेज, सोशल मीडिया सर्कल और समाचार पत्रों व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कवरेज से प्राप्त जानकारी में कुछ सांसदों का काम बेहतर आंका गया है. इसमें मंडी के सांसद रामस्वरूप शर्मा के काम सबसे प्रशंसनीय है.
इस अवधि के दौरान प्रकाशित किए जा रहे STAR-2020 एडिशन में बेहतर काम करके दिखाने वालों के नाम शामिल किए जा रहे हैं. इस आशय का प्रमाण पत्र सांसद रामस्वरूप शर्मा को भी भेजा गया है, जिसकी पुष्टि खुद रामस्वरूप शर्मा ने भी की है. बताया जा रहा कि जल्द एक बड़े समारोह में उपरोक्त संस्था कोविड-19 के सराहनीय सेवाएं देने वाले फ्रंट लाइन योद्धाओं और जनता के बीच काम करने वाले योद्धाओं को सम्मानित करेगी.
बता दें कि सांसद रामस्वरूप शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सबसे पहले 50 लाख रुपये अपने संसदीय क्षेत्र में महामारी से निपटने के लिए प्रशासन को दिए. सांसद ने प्रधानमंत्री केयर फंड में एक करोड़ रुपये सांसद निधि से भी दिए हैं. इसके बाद उन्होंने श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं समर्पित कोविड अस्पताल नेरचौक को एक एंबुलेंस देने के अलावा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के माध्यम से 10 लाख रुपये पीपीई किट व अन्य उपकरणों की खरीद के लिए, जोनल अस्पताल मंडी व कुल्लू के लिए एक-एक स्टाफ व्हीकल दिए.