मंडी: विश्व दृष्टि बचाओं अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग मंडी ने जोनल अस्पताल में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने की. उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए डाॅ. देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि दुनिया बड़ी सुन्दर है और इसको देखने के लिए अपनी आंखों को बचाने की जरूरत है. उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिाकारियों, कर्मचाारियों व आशा वर्कर्स को आंखों की विभिन्न बीमारियों के बारे में समाज में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आंखों में कोई भी समस्या होने पर नेत्र रोग विशेषज्ञ को तुरंत दिखाएं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि 80 प्रतिशत दृष्टि दोश इलाज योग्य हैं. दुनिया के 28 करोड़ 50 लाख नेत्र समस्याओं से पीड़ित लोगों में से 3 करोड़ 90 लाख लोग अन्धे हैं. जबकि 24 करोड़ 60 लाख गंभीर दृष्टि दोषों से ग्रस्त लोगों का इलाज किया जा सकता है. भारत में आंखों की बिमारियों से ग्रस्त 4 करोड़ लोगों में से 16 लाख बच्चे भी हैं, जिन्हें उचित इलाज और सही परामर्श के चलते ठीक किया जा सकता है.
आपको बता दें कि इस वर्ष दृष्टि विश्व दिवस का विषय कार्यवाही करने के लिए मिलजुल कर सशक्त बने रखा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार संसार में 28 करोड़ 50 लाख लोग नेत्रहीन हैं. वहीं, इस मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. दिनेश ठाकुर ने विश्व दृष्टि दिवस के थीम पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए आंखों की बीमारियों, दृष्टि दोषों और इलाज के तरीकों के बारे में जानकारी दी.