करसोग:अनलॉक वन शुरू होने के बाद करसोग में कोरोना संकट के बीच लोग खुले आम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सरकार और प्रशासन की अपील का लोगों पर कोई असर नहीं हो रहा है.
सोमवार को करसोग बस स्टैंड पर स्थित टिकट काउंटर पर लोगों की एक साथ भारी भीड़ देखने को मिली. ऐसे में लोग सोशल डिस्टेंसिंग की पालना को भूल कर टिकट लेने की होड़ में एक साथ काउंटर पर इकट्ठे हो गए.
लोगों को दूर-दूर खड़ा करने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी. इस तरह की लापरवाही लोगों की जान पर भी भारी पड़ सकती है. वहीं, काउंटर पर भीड़ कम करने के लिए निगम प्रबंधन ने भी बुकिंग करने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी है. अब लोग अलग-अलग काउंटर से टिकट ले सकेंगे.
बता दें कि करसोग में एक जून को बस सेवा शुरू होने के बाद कुछ दिनों तक तो सब कुछ शांत रहा. लोग बहुत ही जरूरी काम के लिए घरों से निकल रहे थे. ऐसे में टिकट काउंटर पर भी भीड़ नहीं लगती थी.
सवारियां कम होने से बसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पूरी पालना हो रही थी, लेकिन दो तीन दिनों से बाजार आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जो परिवहन निगम के लिए भी चिंता का कारण बन गया है.
मास्क तो लगाए, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का किया उल्लंघन:
करसोग में घरों से बाहर निकल रहे लोग मास्क तो लगा रहे हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना नहीं की जा रही हैं. वो भी ऐसी स्थिति में जब प्रदेश में कोरोना पॉजीटिव मामलों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है.
ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बरती जा रही भारी लापरवाही लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है. प्रशासन भी लगातार लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना करने सहित अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहा है.
करसोग में दुकान चलाने वाले डोलीराज ने बताया कि बस स्टैंड में तीन चार दिनों से काफी भीड़ जुट रही है. पुलिस की उपस्थिति के बावजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं. लोग बिना वजह से सुबह घरों से पैदल निकलते हैं, लेकिन शाम के समय वापसी के लिए बस ढूंढते हैं.
दूसरी ओर बस स्टैंड पर मौजूद यात्री गुड्डी ठाकुर ने बताया कि में हार्ट की पेशेंट हूं, मुझे चुराग जाना है, लेकिन तीन चार बसों से मुझे नीचे उतार दिया गया. कोई पूछ नहीं रहा है, ऐसे में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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