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दो दशक के बाद भी शहीदों के नाम पर हुई घोषणाएं नहीं हुई पूरी, परिवार ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

नाचन विधानसभा क्षेत्र के 4 शहीदों के नाम पर हो रही अनदेखी के चलते नाचन जन कल्याण सेवा समिति ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. समिति ने शहीदों के नाम पर हुई घोषणाओं को पूरा करने की मांग की है. इसे लेकर समिति ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है.

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Published : Sep 5, 2020, 7:33 PM IST

Family with photo of martyrs
शहीदों की फोटो के साथ परिजन

सुंदरनगर: नाचन विधानसभा क्षेत्र के 4 शहीदों के नाम पर हो रही अनदेखी के चलते नाचन जन कल्याण सेवा समिति ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस संदर्भ में समिति के चेयरमैन ब्रह्मदास चौहान के नेतृत्व में शहीदों के परिजनों और ग्रामीणों ने एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान के माध्यम से राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपनी मांग को लेकर ज्ञापन पत्र भेजा है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने शहीदों के नाम पर स्थानीय स्कूलों का दर्जा शहीदों के नाम करने, मार्ग का नाम शहीदों के नाम पर रखने और चौक पर शहीदों के नाम की प्रतिमा लगाने के साथ ही दूसरे वादे पूरे नहीं किए हैं. आज भी शहीदों के परिवार उनके नाम पर हुई घोषणाओं के पूरा होने के इंतजार में आस लगाए बैठे हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

आपको बता दें कि इस मामले को 15 अगस्त के मौके पर भी उठाया गया था, लेकिन अभी तक प्रशासन और सरकार की ओर से कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है, जिससे परिजनों में भारी रोष है.

नाचन जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि शहीदों की अनदेखी किसी भी सूरत में सहन नहीं की जाएगा. उन्होंने कहा कि नाचन और सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र में ही राजेश चौहान, जगदीश कुमार, श्यामलाल, गुरदास सिंह समेत कई अन्य जवान देश की रक्षा करते करते शहीद हो गए हैं, लेकिन सरकार आज दिन तक इन शहीदों के नाम पर ना तो स्कूलों का नामकरण कर पाई है और ना ही किसी चौक पर इन शहीदों के नाम की प्रतिम लगा पाई है.

ब्रह्मदास चौहान ने कहा कि सरकार इन शहीदों और परिवार के साथ छलाव कर रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए मांग पत्र सौंपकर सरकार और प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से शहीदों के नाम पर की गई घोषणाओं को धरातल पर लागू किया जाए, ताकि असल मायने में उक्त शहीदों को नमन किया जा सके.

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