सुंदरनगर/मंडी: जहां एक ओर प्रदेश सरकार बेसहारों को सहारा देने को लेकर कई कल्याणकारी योजनाएं चलाने का दावा कर रही हैं, लेकिन लोग को धरातल पर इन योजनाओं का फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है. ऐसा ही एक मामला मंडी जिले में सामने आया है. जहां ग्राम पंचायत रोहांडा का एक व्यक्ति बीमारियों से जूझते-जूझते अपने अंतिम समय का इंतजार कर रहा है. ग्राम पंचायत रोहांडा के बुरहानी गांव के रहने वाला उत्तम चंद पिछले 20 वर्षों से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हैं और इसके साथ उनकी मां, नानी और पत्नी रहती हैं.
उत्तमचंद चलने-फिरने में असमर्थ हैं और उसकी माता और नानी भी बिस्तर पर हैं. ऐसी स्थिति में उत्तम चंद की पत्नी ही रोजी-रोटी कमाने का एक ही सहारा है. इस स्थिति में उत्तमचंद के लिए अपनी दवाई और घर का खर्चा चलाना बहुत भी मुश्किल हो गया है. वहीं, उत्तम चंद को सरकार की तरफ से आज तक कोई भी मदद नहीं मिल पाई है. उन्होंने मांग की है कि सरकार की ओर से उन्हें दवाइयां और घर चलाने का थोड़ा खर्चा दिया जाए ताकि वह अपने परिवार का गुजारा कर सके.