मंडी:हिमाचल के करसोग में परिवहन निगम का तुगलकी फरमान हजारों की जनता पर भारी पड़ रहा है. यहां एचआरटीसी की धारकांडलू से शिमला चलने वाली बस को रविवार के दिन बंद किया गया है, जबकि कांडी सपनोट, मैहरन, सांवीधार व साहज चार पंचायत के लोगों के लिए रोजाना शिमला जाने और वापस आने को यही एक मात्र बस सेवा है. (Shimla to Dhar kandlu bus facility)
हैरानी की बात है कि परिवहन निगम ने ग्रामीणों की सुविधा का ध्यान न रखते हुए केवल मात्र अपने फायदे के लिए बस को बंद कर दिया. जिससे परिवहन निगम के प्रति स्थानीय जनता में भारी रोष है. परिवहन निगम के ध्यान में कई बार मामला लाए जाने पर भी ग्रामीणों की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है. ऐसे में निगम प्रबंधन की इस लापरवाही से परेशान लोगों ने सीएम हेल्पलाइन के 1100 नंबर पर इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई है.
बता दें कि एचआरटीसी की धारकांडलू से शिमला को जाने वाली एक मात्र बस सुबह 6:15 पर चलती है. जो मैहरन के तहत वाया नाग ककनों वाया धुंधन होकर शिमला पहुंचती है और फिर दोपहर बाद 2.10 बजे लक्कड़ बाजार बस स्टैंड से वापस धारकांडलू के लिए चलती है. ऐसे में सुबह जरूरी कार्य से शिमला आए या आईजीएमसी में चैकअप के लिए आए लोग दोपहर बाद वापस इसी बस से घट लौटते हैं. ध्यान देने वाली बात ये है की चार पंचायतों की जनता के लिए शिमला को जाने वाली ये एक मात्र सीधी बस सेवा है.
मां नैना देवी ग्राम सुधार समिति हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष ललित शर्मा का कहना है कि परिवहन निगम ने चार पंचायतों को सुविधा देने वाली एक मात्र बस को रविवार के दिन बंद कर दिया है. जिससे स्थानीय जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. शिमला ग्रामीण डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक अंकुर वर्मा का कहना है कि मामला ध्यान में आया है जल्द ही बस को चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कम आय होने की वजह से रविवार के दिन बस सेवा बंद की गई थी.
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