सुंदरनगर/मंडी: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वहीं, इसी बीच मंडी जिला में सवास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही भी सामने आई है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से युवक को पहले कोरोना रिपोर्ट में नेगेटिव बताकर इंस्टीट्यूशन क्वारंटाइन सेंटर से घर भेज दिया गया. बाद में करीब एक घंटे बाद युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर युवक को फोन कर के जानकारी दी गई और कोरोना संक्रमित युवक को अब कोविड केयर सेंटर ढांकसीधार शिफ्ट किया जा रहा है.
जानाकरी के अनुसार ताजा घटनाक्रम में मंडी जिले के सुंदरनगर में सोमवार को नगर परिषद के वार्ड नंबर-10 रोपा में एक 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.
वहीं, मामले में कोरोना पॉजिटिव युवक सोमवार सुबह ही इंस्टीट्यूशन क्वारंटाइन से अपने घर रोपा पहुंचा था. पुष्टि करते हुए डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि संक्रमित युवक 29 जून को आबूधाबी से सुंदरनगर लौटा था और सुंदरनगर के निजी होटल में इंस्टीट्यूशन क्वारंटाइन था. कोरोना पॉजिटिव युवक में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं और उसे कोविड केयर सेंटर ढांकसीधार शिफ्ट किया जा रहा है.
आखिर 1 घंटे में ही कैसे नेगेटिव से पॉजिटिव हो गई रिपोर्ट ?
वहीं, लोगों के मन में भी है एक बड़ा सवाल घूम रहा है कि युवक को पहले कोरोना नेगेटिव बताकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर भेज दिए गया, लेकिन उसके एक घंटे बाद ही युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकल गई.
कोरोना संक्रमित युवक के परिवार ने बताया कि पहले बेटे की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव बता कर घर भेज दिया गया और कुछ देर बाद फोन के माध्यम से कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना दी गई. परिवार वालों का कहना है कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमितों के मामले में लापरवाही बरत रहा है. जिससे अन्य लोगों की जान भी खतरे में डाली जा रही है.
सीएमओ मंडी देवेंद्र शर्मा
वहीं, मामले पर जब सीएमओ मंडी देवेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह एक तकनीकी चूक हुई है. कोरोना संक्रमित युवक का सेंपल अंडर प्रोसेसिंग था, लेकिन अंंडर प्रोसेस रिपोर्ट के आगे क्लेरिकल मिसटेक होने के कारण नेगेटिव दर्शा दिया गया था. इस कारण संक्रमित को घर भेज दिया गया था.
इसकी अंतिम रिपोर्ट सोमवार सुबह कोरोना पाजिटिव पाई गई है. संक्रमित के परिवार को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है. परिवार के एक हफ्ते के बाद कोविड-19 के सेंपल लिए जाएंगे. क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाने पर स्थानीय प्रशासन द्वारा फैसला लिया जाएगा.
मंडी में कोरोना की स्थिति
बता दें कि जिला मंडी में कोरोना के अभी तक 35 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से नौ एक्टिव केस है और 24 ठीक हो चुके हैं और दो की मृत्यु हो चुकी है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमित युवक को एंबुलेंस के माध्यम से ढांकसीधार शिफ्ट किया जा रहा है.
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