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स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने जोगिंद्रनगर में लिया सफाई व्यवस्था का जायजा, जताई चिंता

केंद्र से आई स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने जोगिंद्रनगर में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. सोलेड बेस्ट मैनेजमेंट विशेषज्ञ ईला जोसफ ने कहा कि लोग स्वच्छता के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं. से लोगों पर एनजीटी के नियमों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित किए जाना अनिवार्य है.

city council jogindernagar
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Published : Sep 24, 2020, 8:02 PM IST

Updated : Oct 5, 2020, 4:16 PM IST

मंडी/जोगिंद्रनगर:नगर परिषद जोगिंद्रनगर में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की उल्लघंना करने वालों पर अब स्वच्छ भारत अभियान की केंद्रीय सर्वेक्षण टीम ने भी नियमों के तहत कार्रवाई अमल में लाने के संकेत दिए हैं. वीरवार को स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पहुंची टीम की सोलेड बेस्ट मैनेजमेंट विशेषज्ञ ईला जोसफ ने कहा कि लोग स्वच्छता के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं.

ऐसे लोगों पर एनजीटी के नियमों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित किए जाना अनिवार्य है. उन्होंने नगर परिषद जोगिंद्रनगर में गार्बेज कलेक्शन के दौरान उपभोक्ताओं के द्वारा कचरे के सेग्रीगेशन न करने को लेकर चिंता व्यक्त की.

साथ ही कहा कि उपभोक्ताओं की इस उदासीनता के कारण कचरे का निष्पादन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. जिस कारण हिमाचल प्रदेश स्वच्छता के सर्वेक्षण में छठे पायदान से आगे नहीं बढ़ पा रहा है. कुछ लोग गार्बेज शुल्क अदा करने में भी आनाकानी कर रहे हैं जोकि एनजीटी के आदेशों की सीधी उल्लंघना है.

शहर के स्वच्छता और सुंदरीकरण पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे नगर परिषद जोगिंद्रनगर के कार्यकारी अधिकारी एवं एसडीएम अमित मैहरा ने कहा कि शहर में स्वच्छता हमें प्रदेश को स्वच्छता के पायदान में शिखर तक पहुंचाने की अहम भूमिका निभाएगी. हर शहरवासी का दायित्व है कि वह अपने घर में एकत्रित होने वाले गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग सैक्रीग्रट कर सफाई कर्मियों को सम्मान पूर्वक दें. इससे शहर की स्वच्छता और सुंदरीकरण पर पंख लगेगें.

वहीं, केंद्र से आई स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने शहर की सफाई व्यवस्था की भी जांच की. इस दौरान शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों में सफाई व्यवस्था चुस्त दुरूस्त दिखी. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की विशेषज्ञ ईला जोसफ ने बताया कि सफाई व्यवस्था को लेकर नगर परिषद जोगेंद्रनगर विशेष ध्यान दे रही है. शहर के अधिकांश सार्वजनिक स्थान साफ सुथरे पाए गए.

लिहाजा लोग अपने घरों और दुकानों में एकत्रित गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग सफाई कर्मियों के हवाले कर स्वच्छ निर्मल भारत अभियान के हिस्सेदार बनें. गुरुवार को केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने नगर परिषद के प्रतिनिधियों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं सहित सफाई कर्मियों से भी बैठक की और उनकी समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनकर उचित समाधान का भरोसा दिलाया.

400 उपभोक्ताओं को थमाए नोटिस, ढाई सौ ने अदा नहीं की गार्बेज फीस

नगर परिषद जोगिंद्रनगर में डोर टू डोर गार्बेज फीस अदा न करने वाले करीब चार सौ उपभोक्ताओं को नोटिस थमाए जा चुके हैं. इनमें ढाई सौ उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने नोटिस लेने के बाद भी गार्बेज फीस अदा नहीं की है. इन पर एनजीटी के नियमों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

नगर परिषद जोगिंद्रनगर में डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन को और अधिक मजबूत करने के लिए दोबारा ऑनलाईन टेंडर आवंटित किए जाएगें. जिसके तहत सफाई कर्मियों में भी इजाफा किया जाएगा.

नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता शशि भूषण ने इस आशय की जानकारी देते हुए कहा कि पहले 15 सफाई कर्मी डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन के लिए तैनात किए गए थे. सालाना 25 लाख रुपये गार्बेज कलेक्शन के लिए खर्च किए जा रहे थे. जिसमें इजाफा कर सफाई कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी कर 18 कर दी गई है. जिसके जल्द ही ऑनलाईन टेंडर भी आवंटित किए जा रहे हैं.

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Last Updated : Oct 5, 2020, 4:16 PM IST

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