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वीरभद्र के साथ था सिर्फ नीतिगत टकराव, सुखराम बोले- आश्रय के साथ 'राजा' का आशीर्वाद - loksabha election

नाचन में आयोजित एक जनसभा में पंडित सुखराम ने कहा कि वीरभद्र सिंह व उनके बीच नीतिगत टकराव था. आश्रय को वीरभद्र सिंह ने अपना आशीर्वाद दिया है. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में वीरभद्र सिंह से मिले और आश्रय को आशीर्वाद देने की प्रार्थना की.

वीरभद्र सिंह और सुखराम

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Published : May 6, 2019, 5:18 PM IST

मंडी: पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम अपने पौते आश्रय शर्मा की जीत के लिए चुनावी मैदान में उतर गए हैं. दादा और पौते की जोड़ी नुक्कड़ सभाओं में भाजपा सरकार व नेताओं को खूब घेर रहे हैं. नाचन विधानसभा में नुक्कड़ सभाओं में उन्होंने आश्रय को जीतकर संसद भेजने का आह्वान किया. उन्होंने भाजपा नेताओं पर भी तीखा जुबानी हमला बोला.

वीरभद्र सिंह और सुखराम

बता दें कि हर चुनावी रैलियों में आश्रय और सुखराम वीरभद्र सिंह की तारीफों के कसीदे पढ़ रहे हैं. पंडित सुखराम ये दावा कर रहे है कि पूर्व में उनके साथ जो भी नीतिगत मतभेद थे वे अब खत्म हो चुके हैं. सुखराम ने कहा कि दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद सारे गिले शिकवे दूर हो चुके हैं. हालांकि वीरभद्र सिंह खुले मंच से कई बार कह चुके हैं कि वे सुखराम को कभी माफ नहीं करेंगे और आश्रय के साथ उनका हमेशा आशीर्वाद रहेगा.

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नाचन में आयोजित एक जनसभा में पंडित सुखराम ने कहा कि वीरभद्र सिंह व उनके बीच नीतिगत टकराव था. आश्रय को वीरभद्र सिंह ने अपना आशीर्वाद दिया है. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में वीरभद्र सिंह से मिले और आश्रय को आशीर्वाद देने की प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का आखिरी चुनाव है. मतभेद को लेकर वीरभद्र सिंह से क्षमा भी मांगी और पौते आश्रय को आशीर्वाद देने की प्रार्थना की.

सुखराम ने कहा कि अब वीरभद्र सिंह ने आश्रय के लिए आये भी और अपना आशीर्वाद दिया है. उन्होंने मंच से भाजपा को सबक सिखाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आज हमारी वजह से भाजपा सत्ता में है, लेकिन हमें ही दरकिनार किया गया है. सत्ता हमने लाई और सुख वो भोग रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आने वाला है और आपको तय करना है कि इनको वहीं वापस भेजना है जहां से शुरू हुए थे.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय मुद्दों को लेकर भी केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि रोजगार समेत हिमाचल के हितों की पैरवी नहीं हो पाई है. उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि नौजवान आश्रय मंडी की जनता की आवाज को बुलंद करेगा और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा.

बता दें कि पौते की जीत सुनिश्चित करने के लिए दादा पंडित सुखराम ने खुद मोर्चा संभाला है. पौते के प्रचार के लिए पंडित सुखराम गांव-गांव पहुंच रहे हैं. हॉट सीट मंडी में इन दिनों दोनों मुख्य दलों के बड़े नेता प्रचार में जुटे हुए हैं. पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के प्रचार करने के बाद आश्रय के लिए सुखराम उनके लिए प्रचार में उतरे हैं.

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