मंडी: पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम अपने पौते आश्रय शर्मा की जीत के लिए चुनावी मैदान में उतर गए हैं. दादा और पौते की जोड़ी नुक्कड़ सभाओं में भाजपा सरकार व नेताओं को खूब घेर रहे हैं. नाचन विधानसभा में नुक्कड़ सभाओं में उन्होंने आश्रय को जीतकर संसद भेजने का आह्वान किया. उन्होंने भाजपा नेताओं पर भी तीखा जुबानी हमला बोला.
बता दें कि हर चुनावी रैलियों में आश्रय और सुखराम वीरभद्र सिंह की तारीफों के कसीदे पढ़ रहे हैं. पंडित सुखराम ये दावा कर रहे है कि पूर्व में उनके साथ जो भी नीतिगत मतभेद थे वे अब खत्म हो चुके हैं. सुखराम ने कहा कि दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद सारे गिले शिकवे दूर हो चुके हैं. हालांकि वीरभद्र सिंह खुले मंच से कई बार कह चुके हैं कि वे सुखराम को कभी माफ नहीं करेंगे और आश्रय के साथ उनका हमेशा आशीर्वाद रहेगा.
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नाचन में आयोजित एक जनसभा में पंडित सुखराम ने कहा कि वीरभद्र सिंह व उनके बीच नीतिगत टकराव था. आश्रय को वीरभद्र सिंह ने अपना आशीर्वाद दिया है. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में वीरभद्र सिंह से मिले और आश्रय को आशीर्वाद देने की प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन का आखिरी चुनाव है. मतभेद को लेकर वीरभद्र सिंह से क्षमा भी मांगी और पौते आश्रय को आशीर्वाद देने की प्रार्थना की.