शिकारी माता मंदिर की पहाड़ियों पर बर्फबारी. सराज: देश के कई हिस्सों में इनदिनों लोग चिलचिलाती गर्मी से परेशान हैं. वहीं, पिछले दिनों पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. बारिश से जिला मंडी सहित समूचे सराज में तापमान में गिरावट देखी गई. वहीं, वीरवार रात और शुक्रवार सुबह में सराज में सभी ऊंचे पहांड़ों परमाता शिकारी तुगांसीगढ शैटाधार में जमकर बर्फबारी हुई है.
अप्रैल महीने में माता शिकारी शैटाधार में हुई बर्फबारी. माता शिकारी और शैटाधार में बर्फबारी से मनमोहक हुआ नजारा: मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में भी मौसम खराब रहने का अनुमान हैं. मैदानी इलाकों में बारिश और सभी ऊंची चोटियों शैटाधार तुगासींगढ़ सहित शिकारी माता मंदिर की पहाड़ियों पर लगभग आठ से दस ईंच से अधिक बर्फबारी हुई है जिसके कारण माता शिकारी को जाने वाली सड़क मार्ग रायगढ़ से उपर सड़क मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है जिसके कारण मन्दिर की यात्रा करना श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए जोखिम भरा हो सकता है.
शिकारी माता मंदिर की पहाड़ियों पर आठ से दस ईंच तक बर्फबारी एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने कहा कि जैसे मौसम साफ होता है लोक निर्माण विभाग को सड़क मार्ग को दुरुस्त करने के आदेश दे दिया जाएगा. जब तक सड़क पूरी तरह से साफ नहीं होती, तब तक लोगों से आगामी आदेशों तक शिकारी माता और अन्य अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों का रुख न करने की अपील की गई है.
बर्फबारी से सराज की पहाड़ियां सफेद चादर से ढक गई हैं. दो साल बाद हुई बर्फबारी से जगी पर्यटन की उम्मीद:वीरवार रात और शुक्रवार सुबह को हुई माता शिकारी में बर्फबारी से सराज वासियों को अच्छे पर्यटक सीजन की उम्मीद है. सराज के कटारू में होटल व्यवसाई प्रकाश ठाकुर हंस राज देव राज ने कहा कि शहरों की गर्मी से बचने के लिए लोग पहाड़ों का रुख करते हैं. उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों को मनाली या फिर रोहतांग का रुख करते हैं, लेकिन अब उन्हें सराज घाटी में ही बर्फबारी का लुत्फ उठा सकते हैं. ऐसे में पिछले चार माह से ठंडी पड़ी पर्यटक स्थली जंजैहली घाटी में भी पर्यटन कारोबार की आस फिर से जगी है.
बर्फबारी के बाद का नजारा. बर्फबारी के बाद मनमोहक हुआ नजारा: बर्फबारी के बाद अब माता शिकारी और भुलाह रायगढ़ सहित जगह मनमोहक नजारा देखने को मिल रहे हैं. जिला मंडी में पर्यटक माता शिकारी देवी के लिए ट्रेकिंग करते हैं. यहां मंडी नेरचौक, चैलचौक थुनाग होते हुए पहुंचा जाता है. रास्ते में कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मिलते हैं भुलाह और बूढ़ा केदार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. थुनाग के नजदीक बना मनरेगा पार्क अब पर्यटन के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वहीं, लोगों ने शैटाधार में वन विभाग के बने फेब्रिकेट हटों की बुकिंग शुरू कर दी है.
शैटाधार में वन विभाग के बने फेब्रिकेट हटों की बुकिंग शुरू. ये भी पढ़ें:Himachal Weather Update: अप्रैल में लाहौल में बर्फबारी और कुल्लू में बारिश, फिर बढ़ा ठंड का जोर